ETV Bharat / city

सिंगल स्क्रीन का आज भी क्रेज, 16 साल बाद फिर से खुला जेम सिनेमा

author img

By

Published : Nov 5, 2021, 6:58 PM IST

Updated : Nov 5, 2021, 7:32 PM IST

Gem Cinema in Jaipur, Jaipur news
जेम सिनेमा

राजधानी में सिंगल स्क्रीन पर सिनेमा देखना पसंद करने वालों के लिए अच्छी खबर है. 16 साल बाद जयपुर में सबसे बड़ी सिंगल स्क्रीन का जेम सिनेमा (Gem Cinema in Jaipur) शुरू हो गया है.

जयपुर. सिनेमा प्रेमियों के लिए आज भी सिंगल स्क्रीन सिनेमा आकर्षण का केंद्र है. शुरुआती दौर में सबसे पहले सिंगल स्क्रीन सिनेमा ही हुआ करते थे लेकिन धीरे-धीरे जमाना बदलता गया और मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल बन गए. मल्टीप्लेक्स के आने से कई सिंगल स्क्रीन सिनेमा भी बंद हो गए. हालांकि आज भी सिनेमा प्रेमियों के लिए कुछ सिंगल स्क्रीन सिनेमा संरक्षित रखे हुए हैं.

सिनेमा प्रेमियों की पसंद को देखते हुए मल्टीप्लेक्स के जमाने में भी कुछ सिनेमा मालिकों ने सिंगल स्क्रीन थिएटर को जीवित रखा है. जयपुर का जेम सिनेमा हॉल राजस्थान का सबसे पहला बड़ी स्क्रीन का सिनेमा हॉल है, जहां सिंगल पर्दे पर फिल्म देखने के लिए सिनेमा प्रेमियों में काफी उत्साह रहता था. राजस्थान में सबसे बड़ी स्क्रीन का सिंगल स्क्रीन थिएटर जेम सिनेमा आज 60 साल बाद भी संरक्षित है.

जयपुर का जेम सिनेमा आज से खुला

साल 2005 में मल्टीप्लेक्स की तरफ दर्शकों का ज्यादा रुझान होने की वजह से सिंगल स्क्रीन सिनेमा बंद होने लगे. अधिकांश सिंगल स्क्रीन थिएटर मल्टीप्लेक्स में परिवर्तित कर दिए गए तो कई को कॉरपोरेट हाउस या मॉल में समायोजित हो गए. उसी दौर में जयपुर का सबसे पुराना और सबसे बड़ी सिंगल स्क्रीन का जेम सिनेमा भी बंद कर दिया गया था. लेकिन दर्शकों की पसंद वापस सिंगल पर्दे की तरफ होने लगी तो फिर 16 साल बाद जयपुर का सबसे बड़ी सिंगल स्क्रीन का जेम सिनेमा 5 नवंबर से वापस शुरू हो गया है. राजधानी जयपुर में पुराना बड़ी स्क्रीन का सिंगल थिएटर शुरू होने से दर्शकों में काफी उत्साह है. नई जनरेशन ने तो मल्टीप्लेक्स को पसंद किया लेकिन पुरानी पीढ़ी के दर्शक आज भी सिंगल स्क्रीन थिएटर के दीवाने हैं. पुराने सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल में फिल्म देखने का अलग ही मजा आता है. नई पीढ़ी के युवा भी सिंगल स्क्रीन थिएटर को पसंद करने लगे हैं.

यह भी पढ़ें. राजस्थान में सबसे महंगा डीजल-पेट्रोल...गहलोत सरकार पर VAT घटाने का दबाव

1964 में बना था जेम सिनेमा

राजधानी जयपुर में जेम सिनेमा के मालिक सुधीर कासलीवाल ने बताया कि पहले सिंगल स्क्रीन का ही जमाना था. सन 1964 में जेम सिनेमा हॉल बनाया गया था. जेम सिनेमा राजस्थान का सबसे बड़ा सिनेमा हॉल था. करीब 1145 सीटों का सिंगल स्क्रीन हॉल बनाया गया था. राजस्थान का पहला और भारत का दूसरा नंबर का 70mm प्रोजेक्शन वाला सिनेमा हॉल बना था. जेम सिनेमा हॉल में उस जमाने की आधुनिक टेक्नोलॉजी के प्रोजेक्टर लगाए गए थे. पुरानी टेक्नोलॉजी आज भी कायम है. साउंड सिस्टम के मामले में भी राजस्थान का पहला सिनेमा हॉल था. सिनेमा हॉल की लाइट एंड साउंड दर्शकों के लिए हमेशा आकर्षण का केंद्र बनी रही.

सिंगल पर्दे का इतना क्रेज था कि उस समय में हॉल फुल हो जाते थे. उस जमाने में हर रविवार को इंग्लिश मूवी लगाया जाता था, जिसमें अंग्रेजी भाषा की फिल्में दिखाई जाती थी. धीरे-धीरे ट्रेंड बदलने लगा और मल्टीप्लेक्स का जमाना आ गया. साल 2005 के बाद नई जनरेशन का रुझान मल्टीप्लेक्स की तरफ होने लगा. अब 16 साल बाद यह महसूस हो रहा है कि सिंगल स्क्रीन पर फिल्म देखने का मजा ही अलग होता है. देश में सिंगल स्क्रीन सिनेमा अब खत्म होने की स्थिति में है.

जयपुर में दो सिंगल स्क्रीन हॉल

राजधानी जयपुर की बात की जाए तो केवल 2 सिनेमा हॉल है, जो सिंगल स्क्रीन के बचे हुए हैं. लोगों में सिंगल स्क्रीन का क्रेज देते हुए अब सिंगल स्क्रीन जेम सिनेमा वापस शुरू किया गया है. सिंगल पर्दे पर फिल्म देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. नई जनरेशन में भी जो एक बार सिंगल स्क्रीन पर फिल्म देख लेगा, वह सिंगल स्क्रीन का प्रेमी हो जाएगा. सिंगल पर्दे को लोगों ने बहुत ज्यादा पसंद किया है. सिंगल स्क्रीन थिएटर काफी पुराना होने के बावजूद भी इतने बरसों बाद संरक्षित है. करीब 60 साल पुराना सिनेमा हॉल राजस्थान की धरोहर है.

यह भी पढ़ें. 350 वर्ष पुरानी परंपरा अनुसार श्रीनाथजी में धूमधाम से मनाया दीपोत्सव, आज आदिवासी लूटेंगे अन्नकूट

60 साल पुराने स्वरूप में होगा शुरू

जेम सिनेमा हॉल आज उसी 60 साल पुराने स्वरूप में शुरू हो गया है. उम्मीद है कि दर्शकों का उत्साह पहले की तरह ही कायम रहेगा. जेम सिनेमा हॉल में सिंगल पर्दे की स्क्रीन राजस्थान में सबसे बड़ी स्क्रीन है. सिंगल स्क्रीन के बड़े पर्दे पर फिल्म देखने पर ऐसा महसूस होता है कि आप खुद उस फिल्म के एक भाग है. बड़े पर्दे पर खुली स्क्रीन पर फिल्म देखने पर खुला खुला और अच्छा अनुभव महसूस होता है.

सुधीर कासलीवाल ने बताया कि सिंगल स्क्रीन में करीब 70 से 80 सेटिंग होती है, जो एक बंद कमरे जैसा महसूस होता है. 3 जुलाई 1964 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया और विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास मिर्धा ने जेम सिनेमा का इनॉग्रेशन किया था. जिसके बाद यह बड़े सिंगल पर्दे का सिनेमा लोगों के लिए क्रेज बन गया था. फिल्म को 100 दिन होने पर उस जमाने में फिल्म हिट होने के बाद एक बड़ा जशन सिनेमा हॉल में मनाया जाता था, जिसमें फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर अभिनेता और अभिनेत्री भी शामिल होते थे. सिंगल पर्दे का सिनेमा हॉल काफी निहारा जाता था.

Last Updated :Nov 5, 2021, 7:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.