अलवर. जिले के राज ऋषि कॉलेज में कार्यरत एक सहायक कर्मचारी की कोरोना से मौत हो गई. परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कॉलेज के स्टाफ ने आगे आकर परिवार की आर्थिक मदद की है. साथ ही जिस कॉलोनी में मृतक रहता था उस पूरे क्षेत्र को कॉलेज प्रशासन की तरफ से सैनिटाइज कराया गया है. साथ ही लोगों को मास्क वितरित किए गए हैं.
अलवर के राज ऋषि महाविद्यालय में कार्यरत किशन लाल मूल रूप से बिचगावा गांव का रहने वाला था. हाल ही में वो भगवानपुरा देवनगर तिजारा फाटक के पास रह रहा था. किशन लाल की अचानक तबीयत खराब हुई और 13 मई को इलाज के दौरान कोरोना से मौत हो गई. किशनलाल कोरोना संक्रमित थे और राज ऋषि कॉलेज में चौकीदार के पद पर कार्यरत थे. किशन लाल की मौत के बाद परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है. ऐसे में कॉलेज के स्टाफ ने आगे आकर परिवार की आर्थिक मदद की है.
कॉलेज के स्टाफ ने सहायता राशि के रूप में मृतक की पत्नी को दी. साथ ही कॉलेज प्रशासन की तरफ से जिस कॉलोनी में किशन लाल रहता था उस पूरी कॉलोनी को सैनिटाइज कराया गया है. वहां रहने वाले लोगों को मास्क वितरित किए गए हैं. साथ ही लोगों को सावधानी बरतने के लिए भी जागरूक किया गया है.
कॉलेज के स्टाफ ने कहा कि वैसे तो किशनलाल सरकारी कर्मचारी था. सरकार को मदद के लिए पत्र लिखा जाएगा. विभाग की तरफ से भी निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार किशनलाल की मदद की जाएगी. लेकिन अभी परिवार की आर्थिक हालत खराब है. किशन लाल के बाद घर में कमाने वाला अभी कोई नहीं है. बच्चे छोटे हैं और पढ़ाई कर रहे हैं.
इन हालातों को देखते हुए महाविद्यालय प्रशासन ने आगे आकर पूरे स्टाफ से सहयोग लिया और सहायता राशि जमा की और 1 लाख की सहायता राशि नगद पत्नी को दी गई है. स्टाफ का कहना है कि किशनलाल ने उनके लिए हमेशा बेहतर काम किया है और बहुत ही सज्जन व्यक्ति थे. ऐसे में कॉलेज के स्टाफ का भी मदद का कर्तव्य बनता है.