नेताजी की तरह ही सन्नाटे में गुम है उनके नाम पर संचालित छात्रावास! शिक्षा से वंचित जरूरतमंद स्टूडेंट्स
विदिशा। 23 जनवरी को पूरे देश ने आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई. उनके लिए जगह-जगह आयोजन हुए, लेकिन विदिशा में नेताजी के नाम पर संचालित छात्रावास पिछले कई महीनों से बंद पड़ा है. पिछली सरकार में जिले के प्रभारी मंत्री रहे हर्ष यादव ने बड़े जोर-शोर के साथ इस छात्रावास का उद्घाटन किया था, उसके बाद इसकी तस्वीर एकदम से बदल गई. यह छात्रावास उन बच्चों के लिए था जो बाल श्रम या भिक्षावृत्ति में लिप्त थे और शिक्षा से वंचित थे. जिला प्रशासन खास तौर से शिक्षा विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण ऊपर से चमक-दमक और आदर्शवादी स्लोगनों से परिपूर्ण ये भवन खाली पड़ा है. डीपीसी कहते हैं कि हमारे यहां कर्मचारियों की कमी है, अभी अभ्यर्थियों को आवेदन करने के लिए प्रयास कर रहे हैं, इसके बाद ही कुछ हो सकेगा. शिक्षा समिति के मनोज कौशल ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास में सफल शिक्षा सेवा समिति के लगभग 60 बच्चे अध्ययनरत थे. यह सब बाल श्रम, भिक्षावृत्ति और कबाड़ा, पन्नी बीनते थे. छात्रावास बंद होने से इन बच्चों की शिक्षा तो प्रभावित हुई है, साथ ही ये अपनी पुरानी आदतों पर फिर चल पड़े हैं.