उज्जैन। जिले भर में चल रहा है गुंडा, माफिया, मिलावट खोर, कब्जा धारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई में आज जिला प्रशासन ने राजेश्वर अधिकारियों ने एडीएम व पुलिस बल के साथ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. जिसमें शासन ने 450 करोड़ की शासकीय जमीन को अधिकारियों ने माफियाओं से छुड़वाया है. वहीं जमीन पर व्यापार कर रहे करीब 30 व्यापारियों को अधिकारियों ने 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है. जिसमें उन्होंने जगह खाली करने को कहा गया है.
दरअसल, नरेश जिनिंग फैक्ट्री के संचालक छगनलाल पांचू लाल को आगर रोड स्थित शहर के मध्य पूर्व में शासन द्वारा यामी पट्टे पर 5 हेक्टर की करीब 450 रुपए की जमीन एक समय पहले दी गई थी. जिसका समय अब पूरा हो चुका है. बावजूद उसके जमीन पर करीब 30 दुकान संचालित की जा रही है. जिसमें बिना किसी परमिशन के पट्टा धारियों ने व्यापारियों को किराए पर दे दी. राजस्व अधिकारियों को इसकी सूचना मिली तो अमले ने मौके पर पहुंचकर जमीन पर व्यापार कर रहे करीब 30 व्यापारियों को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया.
कागज दिखाने के लिए कहा जिसके बाद निगम अमले द्वारा कार्रवाई को अंजाम दिया गया. अधिकारियों ने मौके पर कब्जे का बोर्ड लगाया और उसमें लिखा है यहां भूमि सर्वे नंबर 1359/1, 1359/2 , 1359/3 कुल रकम 4,934 है. जो शासकिय होकर मध्य प्रदेश के स्वामित्व की भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण करने की कार्रवाई की जाएगी. एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने कहा कि उज्जैन शहर के मध्य में बड़ी बहू मूल जमीन है जिसे पूर्व में नरेश जिनिंग को तकियमी पट्टे पर दी गई थी. जिस उद्देश पर जहां जमीन दी गई थी, उसका समय समाप्त हो चुका था. 5 हेक्टर जमीन पर न्यायालय अपर कलेक्टर के आदेश अनुसार हमने छुड़वाया है.
कलेक्टर के निर्देशन में आज हमने करीब 450रुपए की जमीन पर राजस्व अधिकारियों के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. जिसमें पुलिस बल शामिल है. यहां मौजूद दुकान व्यापारी को हमने 3 दिन का समय दिया है. उसके बाद इन्हें हटाने की कार्रवाई की जाएगी.