शिवपुरी। कोलारस विधानसभा के बदरवास थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बूढ़ाडोंगर में 16 वर्षीय नाबालिग का विवाह झालाबाड़ के निवासी लड़के से होने जा रहा था. दूल्हा हाथों में मेहंदी और हल्दी लगाए हुए था. दूल्हा-दुल्हन सात फेरे लेने की तैयारियां कर रहे थे. इस दौरान गांव में हो रहे बाल विवाह की सूचना किसी ग्रामीणों ने पुलिस को दे दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने बाल विवाह को रुकावा दिया. साथ ही 21 वर्षीय दूल्हा एवं लड़की के परिजनों को पुलिस अपने साथ बदरवास थाने लेकर आई. बताया जा रहा है नाबालिक किशोरी के पिता का 10 वर्ष पहले निधन हो गया है. परिवार के सदस्य नाबालिग का राजस्थान के एक लड़के से बाल विवाह कर रहे थे.
बिना दुल्हन को साथ लिए वापस अपने घर गया दूल्हाः वहीं, थाने में महिला बाल विकास की पर्यवेक्षक कमलेश मौर्य ने नाबालिग लड़की व उसके परिजनों को समझाया कि लड़की की उम्र 16 वर्ष है, इसलिए यह कानूनन जुर्म है. पुलिस की समझाइश के बाद दोनों पक्षों ने विवाह करने से मना कर दिया और दूल्हा बिना दुल्हन को साथ लिए वापस अपने घर चला गया. इस पूरे मामले में पुलिस व महिला बाल विकास की सक्रियता के चलते नाबालिग का विवाह होने से रुक गया.
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दोनों पक्षों को समझाइश देने पर रोका विवाहः इस पूरे मामले में थाना प्रभारी सुनील खेमरिया का कहना है कि 21 वर्षीय दूल्हा एवं नाबालिग दुल्हन की शादी होने की सूचना मिली थी. तत्काल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विवाह को रुकवाया और दोनों पक्षों को थाने लाया गया, जहां दुल्हन को महिला बाल विकास की टीम के सुपुर्द कर दिया. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को समझाइश देने के बाद विवाह को रोक दिया गया.