शिवपुरी। पोहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार की दोपहर उस समय हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई, जब एक गंभीर रूप से बीमार बच्चे का इलाज करने के लिए बच्चे के परिजन सरकारी अस्पताल पहुंचे, लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं मिला. समय पर इलाज न मिलने से नाराज बच्चे के परिजनों ने ओपीडी के अंदर घुसकर अस्पताल के कुर्सी टेबल फेंक दिए और हंगामा खड़ा कर दिया. हंगामे की सूचना मिलने के बाद अस्पताल पहुंचे डॉ. सुनील गुप्ता ने बच्चे का इलाज किया और परिजनों से कहा कि बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब है. इसे बेहतर इलाज के लिए शिवपुरी रेफर करना पड़ेगा. इतना सुनते ही पहले से ही आक्रोशित बीमार बच्चे के परिजनों ने डॉ. सुनील गुप्ता के साथ गाली गलौज कर मारपीट कर दी.
इस घटना की रिपोर्ट पीड़ित डॉक्टर ने अस्पताल स्टाफ के साथ पोहरी थाने पर की, जहां पीड़ित डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया. डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया ''पोहरी निवासी तुलसीराम धाकड़ अपने पांच वर्षीय बच्चे कृष्णा धाकड़ का इलाज करने अपने पिता कलीराम धाकड़ के साथ करीब तीन बजे अस्पताल आया था, लेकिन ओपीडी का समय खत्म हो जाने से मैं खाना खाने अपने घर चला गया, यहां अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिलने से आक्रोशित पिता-पुत्र ने हंगामा कर दिया.''
हंगामे की सूचना मिलने के बाद अस्पताल पहुंचे डॉ. सुनील गुप्ता ने बच्चे का इलाज किया और परिजनों से कहा कि बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब है, इसे शिवपुरी रेफर करना पड़ेगा. डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया, ''इलाज के लिए शिवपुरी रेफर करने की बात को लेकर तुलसीराम धाकड़ और कलीराम धाकड़ ने मेरा गिरेबान पकड़कर झूमाझटकी कर, गाली गलौज करने लगे और ओपीडी में रखी टेबल कुर्सी भी फेंक दी. अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने बीच-बचाव कर मुझे बचाया. जिसकी रिपोर्ट मैंने पोहरी थाना पर की है.''
पुलिस ने डॉ. सुनील गुप्ता की रिपोर्ट पर से तुलसीराम धाकड़ और कलीराम धाकड़ के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है.