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10 माह से मानदेय न मिलने से टूट रही आशाओं की 'आस', बीसीएम की उपेक्षा के बाद पहुंची कलेक्टर के पास

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Published : Nov 16, 2022, 1:54 PM IST

केंद्र और प्रदेश की सरकार गरीबों के लिए कई योजनाएं चला रही है. इसमें से एक आशा कार्यकर्ता भी हैं. देखने वाली बात यह है कि सरकार के कर्मचारी ही इन योजनाओं का पूरा लाभ गरीबो तक नहीं पहुंचने दे रहे हैं. इसका उदाहरण शिवपुरी की दो आशा कार्यकर्ताओं की हालत देखकर लगाया जा सकता है. इन आशाओं की आस 10 माह से मानदेय न मिलने से टूटने लगी है. कर्ज में डूबी इन कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर से अपने मानदेय के लिए गुहार लगाई है. (Aasha not getting honorarium for 10 months)

Shivpuri hope of aasha is breaking
बीसीएम की उपेक्षा के बाद कलेक्टर के पास पहुंची आशा कार्यकर्ता

शिवपुरी। आशा कार्यकर्ता मंजेश लोधी पत्नी रजवेंद्र लोधी नया अमोला क्रमांक 3 रसोई की आंगनवाड़ी में आशा कार्यकर्ता के पद पर पदस्थ हैं. इसके अलावा आशा कार्यकर्ता वर्षा लोधी पत्नी सुंदर लोधी नया अमोला क्रमांक 2 की Anganwadi Center पर आशा कार्यकर्ता के पद पर पदस्थ हैं. दोनों आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि वह फरवरी 2022 से उप स्वास्थ्य केंद्र अमोला पर लगातार कार्य कर रही हैं. इसके बावजूद उन्हें आज तक वेतन नहीं नहीं दिया गया है. (Aasha not getting honorarium for 10 months)

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दफ्तर के चक्कर कटवा रहा है बीसीएमः दोनों ASHA workers ने बताया कि उनके द्वारा पंचायत की ओर से ठहराव प्रस्ताव बनवाकर बीएमओ करैरा के लिए पंचायत की ओर से भेजा गया था. इसके बाद दोनों प्रस्ताव को सात फरवरी 2022 को मंजूरी मिल गई थी. तभी से वह दोनों Anganwadi पर आशा कार्यकर्ता का काम करने लगी थी. अब 10 माह गुजर जाने के बाद भी उन्हें मानदेय का भुगतान नहीं मिल सका है. इसके लिए वह कई बार करैरा बीसीएम अवधेश गौरैया के पास दस्तावेजों को लेकर जा चुकी हैं. अवधेश गौरैया ने अभी तक न ही उनकी आईडी बनाई है और न ही उनके खाते को जोड़ा है. वह जब भी बीसीएम के पास जाती हैं, तो वह उन्हें दस्तावेज जोड़ने की बात कह कर गुमराह कर देते हैं. (Reached collector after neglecting bcm)

कर्ज में डूबी हैं आशा कार्यकर्ताः आशा कार्यकर्ता मंजेश और वर्षा का कहना है कि इन 10 माह में उन्होंने अपने बच्चों को साथ लेकर आंगनबाड़ी में कार्य किया. इस दौरान उनके द्वारा कई दुकानदारों से उधारी का सामान लेकर जैसे-तैसे गुजारा किया गया. अब वेतन नहीं मिलने संकट गहरा गया है. कर्जदार पैसे के लिए दबाव बना रहे हैं. इसी की शिकायत लेकर वह बुधवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंची हैं. इस मामले में बीसीएम अवधेश गौरैया का कहना है कि उन्होंने आशा कार्यकर्ता मंजेश और वर्षा लोधी का एक जवाब शिवपुरी सीएमएचओ डॉ. पवन जैन के यहां लिखित भेज दिया है. आगे की प्रक्रिया सीएमएचओ डॉ. पवन जैन के द्वारा की जाएगी. (Asha workers are in debt)

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