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रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार हुआ हाउसिंग बोर्ड का इंजीनियर, लोकायुक्त की टीम ने की कार्रवाई

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Published : Sep 5, 2019, 11:21 PM IST

रिश्वत लेते उपयंत्री गिरफ्तार

हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए उपयंत्री को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी इंजीनियर ठेकेदार से बिल पास कराने के एवज में रिश्वत मांग रहा था.

रीवा। लोकायुक्त पुलिस ने हाउसिंग बोर्ड के इंजीनियर को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी इंजीनियर ठेकेदार से बिल पास कराने के एवज में रिश्वत मांग रहा था.

लोकायुक्त पुलिस की बड़ी कार्रवाई

लोकायुक्त डीएसपी ने बताया कि ठेकेदार प्रकाश पटेल पुलिस हाउसिंग बोर्ड कारपोरेशन के अधीन ठेकेदारी का काम करते हैं. मनगवां थाने परिसर में ठेकेदार ने इमारत का निर्माण किया था, जिसके एवज में 1लाख 35 हजार रुपये के बिल के भुगतान के बदले में संभागीय कार्यालय में उपंयत्री ने कमीशन के रुप में 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी.

ठेकेदार ने पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त से की, जिसके बाद आरोपी उपयंत्री को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया.

Intro: लोकायुक्त रीवा द्वारा आज एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए पुलिस हाउसिंग बोर्ड कारपोरेशन के इंजीनियर को ₹10000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। तथा अब लोकायुक्त की टीम के द्वारा आगे की कार्यवाही की जा रही है

Body:सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है तथा प्रतिदिन रिश्वत के नए नए मामले सामने आ रहे हैं। सूरते हाल यह है कि अब हर काम के लिए रिश्वत लेना सरकारी कर्मचारियों की आदत में शुमार हो चुका है ऐसा ही एक मामला पुलिस हाउसिंग बोर्ड कारपोरेशन विभाग से सामने आया जहां इंजीनियर को ₹10000 लेते हुए लोकायुक्त की टीम के द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया बताया जा रहा है कि आलोक पांडे मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग बोर्ड कारपोरेशन मैं उपयंत्री के पद पर पदस्थ है और जिसके द्वारा ठेकेदार प्रकाश पटेल से बिल पास कराने के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी। दर्शन प्रकाश पटेल के द्वारा मनगवां थाने में महिला डेस्क का निर्माण करवाया गया था जिसका ₹135000 काबिल बना था और इसी बिल भुगतान के एवज में उपयंत्री के द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी ।आज दोपहर शहर के मिश्रा पेट्रोल पंप के पास जैसे ही ठेकेदार ₹10000 लेकर पहुंचे और उन्हें थमाया तभी पुलिस लोकायुक्त की टीम ने रुपयों सहित रिश्वतखोर इंजीनियर को दबोच लिया। यह कार्यवाही वरिष्ठ निरीक्षक अरविंद तिवारी के नेतृत्व में की गई है तथा उपयंत्री आलोक पांडे के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988के धारा 7 के तहत कार्यवाही की गयी है

byte अरविंद तिवारी
लोकायुक्त डीएसपीConclusion:.....
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