पन्ना। लॉकडाउन ने मजदूरों और छोटे व्यापारियों की कमर ऐसी तोड़ी कि वे दाने-दाने के लिए मोहताज हो गए. ऐसे में इन गरीब तबके के लोगों का फायदा उठाया सूदखोरों ने इन लोगों से मनमाने ढंग से ब्याज की वसूली की. बढ़ते कर्ज के नतीजे के रुप मे अब आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला पन्ना जिला में देखने के मिला. जहां आर्ट कॉलेज के भृत्य ने सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली.
पुलिस के मुताबिक मामला एक नवंबर का है. जहां पन्ना आर्ट कॉलेज के भृत्य हरिशचंद्र अहिरवार ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली, लेकिन जब मृतक के पास से सुसाइड नोट पुलिस को मिला तो सबके होश उड़ गए. मृतक ने सुसाइड नोट में तीन लोगों से ब्याज पर पैसे लेने और पैसे देने के बाद भी उनके द्वारा लगातार प्रताड़ित करने का जिक्र किया है. जब पुलिस ने मामले की जांच की तो आरोपी अवधेश कुमार तिवारी, पप्पू मेहदेले और राम सिंह मेहदेले के खिलाफ मृतक को आत्महत्या के लिए मानसिक रुप से प्रताड़ित करना पाया गया, जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.
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इस घटना के बाद जिले में चल रहे सूदखोरी के काले कारोबार का खुलासा हुआ है. पन्ना में सूदखोर भोले-भाले मजबूर लोगों की मजबूरी का फायदा उठा कर नियम विरुद्ध मनमाने तरीके से ब्याज पर पैसा बांट रहे हैं. हालांकि पन्ना कोतवाली टीआई का कहना है लगातार आरबीआई के नियमविरुद्ध कुछ लोग ब्याज पर पैसे दे रहे हैं, जिनकी जांच कर पुलिस जल्द ही सख्ती से कार्रवाई करेगी.