खरगोन। जिले में कपास, सोयाबीन और मक्का की फसलें प्रमुख रूप से बोई जाती हैं, लेकिन इस साल बारिश नहीं होने किसान चिंतित हैं. किसानों ने बताया कि अभी तक फसलों में फूल लग जाते थे , लेकिन इस साल बारिश नहीं होने से फसलों में फूल नहीं लगे हैं. वहीं अगर फसलों में फूल नहीं आए तो उत्पादन कम हो जाएगा.
एक समान होना चाहिए मौसम
किसान जयराज ने बताया कि अभी कपास और सोयाबीन की फसलें फूल पर हैं. इन फसलों को मौसम की अनुकूलता चाहिए, जिससे फसल अच्छी आएगी. अभी गर्मी है, अगर अचानक बारिश हो जाती है तो इसके फूल गिर जाएंगे. मौसम अनुकूलता से फसल का फल सेट होता है, वहीं अचानक बारिश हो जाती है तो गर्म शरद की वजह से फल गिर जाते हैं.
कृषि अधिकारी ने दी सलाह
कृषि अधिकारी का कहना है कि हमारे किसानों ने जल्द ही बोवनी कर दी थी, जो सही बात है. उन्होंने कहा कि बारिश नहीं होने से किसान चिंतित हो रहे हैं, लेकिन इस साल पिछले साल की तुलना में सौ मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है. हालांकि कुछ क्षेत्रों में बारिश नहीं होने से कपास और सोयाबीन की फसल में किसानों को दिक्कत आ रही है. उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि खेतों में डोरे चलाए साथ ही खेतों में आड़े और खाड़े बख्खर चलाएं, जिससे खरपतवार भी निकलेगी और पानी का अवशोषण भी कम होगा.