भोपाल/जबलपुर। दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते केसस के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में बुधवार मीटिंग हुई. इस दौरान विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि अभी तक भारत कोविड मामलों की संख्या में कोई बड़ी वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन उभरते सब वैरिएंट्स पर निरंतर निगरानी की जरूरत है. खास बात यह है कि नया वैरियंट सितंबर में ही भारत में एंट्री कर चुका है. ये कोरोना का चीनी वैरिएंट बताया गया है. इस नए वैरियंट के मरीज गुजरात में 2, ओडिशा में एक है. नए खतरे को देखते हुए देश के सभी हवाई हड्डों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. रैंडम सैंपलिंग की जा रही है.
भारत में ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट की एंट्री : चीन में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BF.7 के तीन मामले भारत में भी पाए गए हैं. इसके बाद केंद्र सरकार अलर्ट पर है. वडोदरा में एक एनआरआई महिला में इसके लक्षण मिले थे. वह अमेरिका से वडोदरा आई थी. उसके संपर्क में आए 2 अन्य लोगों की भी जांच हुई थी. बाद में महिला ठीक हो गई थी. इसके अलावा BF-7 के दो अन्य केस अहमदाबाद और ओडिशा में भी मिले थे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड की स्थिति को लेकर अलर्ट मोड पर आ गया है. बुधवार को कोरोना संक्रमण को लेकर हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने कहा कि कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है. उन्होंने ने एक ट्वीट में लिखा कि, 'कुछ देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आज विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की गई. कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. सभी संबंधितों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया है
-
Jabalpur, Madhya Pradesh | In a meeting conducted by the Union Health minister, it was decided that Covid19 protocols need to be followed again. We are awaiting official communication from the Health Ministry on further guidelines: Sanjay Mishra, Director, Health services pic.twitter.com/u6jLkyJjb7
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) December 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Jabalpur, Madhya Pradesh | In a meeting conducted by the Union Health minister, it was decided that Covid19 protocols need to be followed again. We are awaiting official communication from the Health Ministry on further guidelines: Sanjay Mishra, Director, Health services pic.twitter.com/u6jLkyJjb7
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) December 21, 2022Jabalpur, Madhya Pradesh | In a meeting conducted by the Union Health minister, it was decided that Covid19 protocols need to be followed again. We are awaiting official communication from the Health Ministry on further guidelines: Sanjay Mishra, Director, Health services pic.twitter.com/u6jLkyJjb7
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) December 21, 2022
MP के सभी CMHO को निर्देश : इधर, मध्यप्रदेश के सभी जिलों के CMHO को कोविड को लेकर सर्विलांस सैंपल और पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जीनोम टेस्टिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश में अभी कोरोना के कुल 7 एक्टिव मरीज हैं. ये मरीज भोपाल और खंडवा में होम आइसोलेशन में हैं. एक एक्टिव मरीज इंदौर में है. स्वास्थ्य संचालनालय के इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) शाखा के अनुसार गत दो सप्ताह से प्रदेश में एक भी अस्पताल में कोरोना का नया मरीज भर्ती नहीं हुआ. सबसे ज्यादा साप्ताहिक कोविड पॉजिटिविटी रेट खंडवा का है. कोरोना की साप्ताहिक जिलावार पॉजिटिविटी रेट रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट खंडवा का है. रिपोर्ट के मुताबिक खंडवा में कोविड की साप्ताहिक संक्रमण दर 0.66 प्रतिशत है. भोपाल में यह 0.49 और इंदौर में 0.24 प्रतिशत है. वहीं, प्रदेश के 7 जिलों में एक भी सर्विलांस सैंपल नहीं लिया गया. ये जिले हैं दतिया, छिंदवाड़ा, आगर मालवा, निवाड़ी, सीधी और सिंगरौली.
MP के 42 जिलों में एक भी मरीज नहीं : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश के 42 जिलों में सर्विलांस सैंपलिंग जारी है. सर्विलांस सैंपलिंग में उन लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं, जो सर्दी, खांसी के साथ बुखार की शिकायत लेकर अस्पताल और क्लीनिक पहुंच रहे हैं, लेकिन इन 42 जिलों से लिया गया एक भी सर्विलांस सैंपल कोविड पॉजिटिव नहीं निकला. इसलिए इन जिलों की कोविड संक्रमण दर शून्य घोषित है.
MP में सप्ताह में औसतन 100 सैंपल की जांच : वहीं, भोपाल के CMHO डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार बीते दो सप्ताह से रोजाना औसतन कोरोना के करीब 200 सैंपल की जांच हो रही है. सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों को कोविड टेस्ट कराने की सलाह दी जा रही है. जबलपुर में हेल्थ सर्विस के जायरेक्टर संजय मिश्रा का कहना है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया कि Covid19 प्रोटोकॉल का फिर से पालन करने की आवश्यकता है. हम आगे के दिशा-निर्देशों पर स्वास्थ्य मंत्रालय से आधिकारिक संचार की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
-
In view of the rising cases of #Covid19 in some countries, reviewed the situation with experts and officials today.
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
COVID is not over yet. I have directed all concerned to be alert and strengthen surveillance.
We are prepared to manage any situation. pic.twitter.com/DNEj2PmE2W
">In view of the rising cases of #Covid19 in some countries, reviewed the situation with experts and officials today.
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 21, 2022
COVID is not over yet. I have directed all concerned to be alert and strengthen surveillance.
We are prepared to manage any situation. pic.twitter.com/DNEj2PmE2WIn view of the rising cases of #Covid19 in some countries, reviewed the situation with experts and officials today.
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 21, 2022
COVID is not over yet. I have directed all concerned to be alert and strengthen surveillance.
We are prepared to manage any situation. pic.twitter.com/DNEj2PmE2W
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का करें इस्तेमाल, कोविड टीके की एहतियाती खुराक लें : पॉल
मास्क लगाएं और बूस्टर डोज लगवाएं : बैठक के बाद नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने लोगों को भीड़ में मास्क लगाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा- मास्क गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों और बुजुर्गों के लिए बेहद जरूरी है. अभी केवल 27% आबादी ने ही बूस्टर डोज ली है. यह खुराक लेना सभी के लिए जरूरी है.
राज्यों को जिनोम सिक्वेंसिंग कराने की सलाह : केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके. खास बात यह है कि दुनियाभर में जहां कोरोना केस बढ़े हैं, वहीं भारत में एक्टिव केस की संख्या में तेजी से कमी आ रही है. भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के मुताबिक 20 दिसंबर को सुबह 8 बजे तक की स्थिति में देश में कुल 3 हजार 490 एक्टिव केस थे, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं.