छिंदवाड़ा। हिंदू धर्म में होली का त्योहार बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग गिले शिकवे मिटाकर एक दूसरे को प्यार के रंग में रंग देते हैं. गले लगकर होली की बधाई देते हैं. त्यौहार को लेकर बाजार गुलजार नजर आने लगे हैं. रंग बिरंगी पिचकारिओं से बाजार सरबोर है. रंगो की जमकर खरीदारी हो रही है. गोबर से बनी भगवान की प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र बन रही हैं. गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमाएं गोबर से बनाई गई हैं. डिजिटल युग को देखते हुए अब मोबाइल रखने का स्टैंड भी गोबर से बनाया गया है.
गौ काष्ठ का क्रेज: पर्यावरण प्रदूषण के प्रति लोगों में जागरूकता अब साफ दिखाई दे रही है. होलिका दहन के लिए लोग लकड़ी का उपयोग ना कर अब गौ काष्ठ की ओर लोगों का रुझान बढ़ते जा रहा है, यह गौ काष्ठ बाजार में अब आसानी से उपलब्ध है. इसके चलते लोग गौ काष्ठ खरीद रहे है. जिससे पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा और पेड़ों की लकड़ियां भी कम काटी जाएंगी.
हर्बल कलर की विशेष मांग: होली का त्यौहार आते ही रंग-बिरंगे रंगों से बाजार भरा पड़ा है. अब लोग कैमिकल वाले रंगों से परहेज कर रहे हैं.बाजार में हर्बल कलर की दुकानें सजी हैं. इन रंगों को लगाने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता. पलाश के फूल और अन्य फूलों से मिलाकर रंग-बिरंगे हर्बल कलर बनाए गए हैं. जो काफी लोकप्रिय हो रहे हैं.
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गोबर से बनी भगवान की प्रतिमाएं: त्यौहार को लेकर बाजार में उमंग का माहौल है. होली के रंग बिखरने लगे हैं. खरीदारी को लेकर बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है. रंग बिरंगी पिचकारिओं से बाजार सरबोर है. रंगो की जमकर खरीदारी हो रही है. गोबर से बनी भगवान की प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र बन रही हैं. गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमाएं गोबर से बनाई गई हैं जो लोगों को खूब पसंद आ रही हैं.