भोपाल। राजधानी भोपाल में भी अब नाम बदलने की मांग उठने लगी है. प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा के बयान के बाद आज बड़ी संख्या में सिख समुदाय के प्रतिनिधि मंडल प्रोटेम स्पीकर से मुलाकात करने पहुंचे. इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे सिख समुदाय के प्रतिनिधि मंडल ने प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को ईदगाह हिल्स का नाम बदलकर गुरुनानक टेक रखने को लेकर ज्ञापन दिया. वहीं ईदगाह हिल्स के नाम बदलने पर मुस्लिम समुदाय ने आपत्ति जताई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि नाम बदलने को लेकर आबीजेपी सिर्फ राजनीति कर रही है.
ईदगाह हिल्स की जगह नानक टेकरी होगा नाम
प्रोटेम स्पीकर गुरु नानक जयंती के दिन सोमवार ईदगाह हिल्स स्थित गुरुद्वारा पहुंचे थे. इस दौरान रामेश्वर शर्मा ने ईदगाह हिल्स का नाम गुरु नानक टेकरी रखे जाने की बात कही थी. जिसके बाद से इसको लेकर राजधानी भोपाल में सियासत गर्माने लगी है. वहीं इस मुद्दे को लेकर आज सिख समुदाय के अलग-अलग स्थानों के प्रतिनिधिमंडल ने रामेश्वर शर्मा से मुलाकात कर नाम बदलने को लेकर एक ज्ञापन दिया. साथ ही करीब 500 साल पुराने कुछ साक्ष्य भी प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को दिए. जिसमें गुरु नानक के टेकरी में रुकने और उसके विकास को लेकर काम किए जाने के साक्ष्य शामिल थे.
मुख्यमंत्री को दिए जाएंगे ज्ञापन, सरकारी दस्तावेजों में भी नानक टेकरी लिखा जाए
प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने सिख समुदाय के लोगों से मुलाकात के बाद साफ तौर पर कहा कि वाकई 500 साल पहले गुरु नानक देव ने ही इस टेकरी पर आकर उसका मंगल किया था, जिसके साक्ष्य मौजूद हैं. हम इन सभी प्रतिनिधियों के ज्ञापन को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करेंगे. साथ ही मांग करेंगे कि,जल्द ही ईदगाह हिल्स का नाम बदलकर गुरुनानक टेकरी रखा जाए. इसके साथ ही शासकीय दस्तावेजों में भी इस नाम को बदला जाए.
निजी रंजिश के चलते की जा रही राजनीति
ईदगाह हिल्स के नाम बदलने पर मुस्लिम समुदाय ने आपत्ति जताई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि नाम बदलने को लेकर आबीजेपी सिर्फ राजनीति कर रही है. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा अपनी निजी रंजिश के चलते मुसलमानों के खिलाफ हैं. जबकि भोपाल नवाब ने शहर की कई हिस्सों की जमीन है स्कूल मंदिर और अन्य संस्थानों को दान की है.
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ऐसे बयानों से माहौल होता है खराब
वहीं जमीअत उलामा प्रदेश के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारुन का कहना है कि इस तरीके के बयान और फिरखा परस्ती से बचना चाहिए. ऐसे बयान गंगा जमुनी तहजीब की फिजा बिगड़ते हैं. क्योंकि इंसान की पहचान उसके नाम से नहीं बल्कि उसके काम से होनी चाहिए. गुरु नानक देव ने जो अच्छे काम किए हैं, उनका अनुसरण करना चाहिए. उनके बताए हुए पद चिन्हों पर चलना चाहिए. नाम बदलने से किसी व्यक्ति की पहचान नहीं होती उसके द्वारा किए गए कर्मों से ही उसकी पहचान होती है. समाज में इस तरीके के बयानों से कहीं ना कहीं सांप्रदायिक माहौल खराब होता है.
भोपाल के अलग-अलग स्थानों के गुरुद्वारों के प्रमुख के अलावा अन्य शहरों से भी आए सिख समुदाय के लोगों ने प्रोटेम स्पीकर को ज्ञापन दिया है. जिसमें मांग की है कि 500 साल पहले ही गुरु नानक देव इस टेकरी पर आए थे. उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए काम किया था, इसलिए ईदगाह हिल्स का नाम बदलकर नानक टेकरी रखा जाए.
पढ़ें:प्रोटेम स्पीकर ने की ईदगाह हिल्स का नाम बदलकर गुरूनानक टेकरी करने की मांग, कांग्रेस का पलटवार
बता दें प्रोटेम स्पीकर के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया था. कांग्रेस ने कहा था कि रामेश्वर शर्मा स्पीकर बनने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं.अगर उनकी गुरु नानक देव में आस्था है, तो ईदगाह पर उनके नाम का विशाल संस्थान या अस्पताल बनवाना चाहिए.