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ऐसी है MP POLICE ... Dial 100 में तैनात पुलिस करती है बदसलूकी, इंदौर पहले व भोपाल तीसरे नंबर पर

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Published : May 23, 2022, 11:53 AM IST

Police stationed in Dial 100 misbehaves
Dial 100 में तैनात पुलिस करती है बदसलूकी

पुलिस द्वारा आम लोगों के साथ बदसलूकी की शिकायतें चिंताजनक हैं. राजधानी में औसतन हर महीने 110 लोग अलग-अलग कैटेगरी में पुलिस की शिकायत करते हैं. इस तरह के मामलों में इंदौर पहले पायदान पर है तो रीवा दूसरे नंबर पर और राजधानी भोपाल तीसरे नंबर पर है. (Police stationed in Dial 100 misbehaves) (Indore at number one and Bhopal at three)

भोपाल। कानून के रखवाले ही लोगों से बदसलूकी करते हैं. लोग न्याय पाने के लिए पुलिस के पास शिकायत करते हैं और अगर पुलिस ही ऐसा करे तो इंसान कहां जाए. पुलिस की शिकायतें पुलिस के पास ही पहुंच रही हैं. ये आंकड़ा तब सामने आया जब डायल-100 की टीम ने कंप्लेंट पुलिस इवेंट की कैटेगरी का विश्लेषण किया. नॉन एफआरवी इवेंट में शामिल इस कैटेगरी में नौ अलग-अलग सब कैटेगरी होती हैं. इनमें अभद्र भाषा, रिश्वत मांगना, कस्टडी ऑफेंस, एफआईआर न लिखना, एफआरवी मिस्कंडक्ट, इल्लीगल कन्फाइन, इल्लीगल सर्च, गैरवाजिब जब्ती और एक्शन न लेना शामिल हैं.

Dial 100 में तैनात पुलिस करती है बदसलूकी

डायल 100 की मदद महिलाएं ज्यादा ले रहीं : पुलिस की सबसे ज्यादा शिकायतें एक्शन न लेने, एफआईआर न लिखने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने की हैं. दरअसल, मध्यप्रदेश में डायल-100 की शुरुआत एक नवंबर 2015 को की गई थी. शुरुआती महीनों में महिलाओं द्वारा पुलिस को बुलाने का आंकड़ा महज तीन हजार तक ही सिमट जाता था. अब ये ग्राफ इतना बढ़ गया है कि वर्ष 2021 में प्रदेश की 2 करोड़ 21 लाख महिलाओं ने डायल 100 कर पुलिस की मदद ली है. पुलिस की मदद लेने में इंदौर की महिलाएं सबसे आगे हैं. यहां ये आंकड़ा 15982 है, जबकि भोपाल में इस साल में 13240 महिलाओं ने पुलिस को कॉल किए.

अलग-अलग कैटेगरी में आती है डायल 100 में शिकायतें : डायल 100 के स्टेट लेवल कंट्रोल रूम में साल 2021 में 42 हजार सूचनाएं खुदकुशी के कोशिश की पहुंचीं. इनमें इंदौर के 3167 लोगों को वक्त रहते एफआरवी ने अस्पताल पहुंचाया. ऐसे ही भोपाल में 2876 लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाई गई. 1 करोड़ 27 लाख सड़क हादसों की सूचना पर एफआरवी मौके पर पहुंची. इनमें 38 स्पॉट ऐसे थे, जिनमें एक से ज्यादा मौतें हुई हैं. साधारण सड़क हादसे की. यहां 118812 सूचनाएं पहुंचीं. स्टेट लेवल कंट्रोल रूम में अलग-अलग 261 कैटेगरी में शिकायतें दर्ज की जाती हैं.

मारपीट के मामले सबसे अधिक : साल 2017 तक 230 कैटेगरी थीं. इनमें सबसे ज्यादा सूचनाएं मारपीट की आती हैं. इसके अलावा पारिवारिक विवाद, दहेज प्रताड़ना, राह चलते छेड़छाड़, शराब पीकर हुड़दंग, सड़क हादसे, गुंडागर्दी, सार्वजनिक स्थान पर गाली गलोच, भूमि-भवन पर अतिक्रमण, चोरी, जुआ-सट्टा और झगड़े की संभावना की सूचनाएं भी यहां ज्यादा दी जाती हैं. भदभदा रोड पर बने डायल-100 के स्टेट लेवल कंट्रोल रूम में प्रदेशभर से ऐसी 23057 शिकायतें पहुंची हैं.

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आला अफसरों को अवगत कराया : भोपाल जिले में जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 के बीच 1321 लोगों ने पुलिस की शिकायत की है. जहां पुलिस लोगों के साथ दुर्व्यवहार करती है. डायल-100 एडीजी संजय कुमार झा का कहना है कि जिन जिलों से ऐसी शिकायतें मिली है, उन जिलों के आईजी-डीआईजी को अवगत कराया गया है. रिश्वतखोरी, दुर्व्यवहार की शिकायतों वाले पुलिसकर्मियों को मैदानी पोस्टिंग से हटाकर पुलिस लाइन में चिंतन-मंथन कोर्स कराए जाएंगे.

(Police stationed in Dial 100 misbehaves) (Indore at number one and Bhopal at three)

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