ETV Bharat / state

MPHRC Action:एमपी मानवाधिकार आयोग सख्त, जेल में मारपीट, बलत्कार समेत 6 मामलो में जिम्मेदार अधिकारियों से मांगा जवाब

author img

By

Published : Jul 27, 2023, 4:06 PM IST

मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग (MPHRC) ने 6 मामलों में स्वतः संज्ञान लिया है. आयोग ने इन घटनाओं को लेकर तय समय सीमा के अंदर जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किए हैं.

MP Human Rights Commission
मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग

भोपाल। मध्यप्रदेश में घटित हो रही घटनाओं पर मानव अधिकार आयोग के सदस्य मनोहर ममतानी ने सख्त रवैया अपनाया हुआ है. प्रदेश में घटित हो रही घटनाओं जो कि अलग अलग माध्यम से मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग को मिल रही है आयोग ने प्रदेश में घटित 6 घटनाओं पर समय सीमा के अंदर जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोेग भोपाल के सदस्य राजीव कुमार टंडन ने छह मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है.

सेंट्रल जेल में नाईजीरियन कैदी से मारपीट: भोपाल शहर की केंद्रीय जेल में बीते मंगलवार को एक वकील द्वारा जेल में बंद नाईजीरियन कैदी से मारपीट करने और खाना नहीं देने और पत्नी की मुलाकात तक नहीं करने देने की शिकायत किये जाने मामला सामने आया है. नाईजीरियन कैदी फ्रांसिस इमेका ने मारपीट किये जाने से इंकार करते हुये हर सप्ताह पत्नी से बात करने की पुष्टि की है. मामले में जेल अधीक्षक का कहना है कि जेल मुख्यालय से सलाह के बाद मामला पुलिस को सौंप देंगे, ताकि शिकायत की जांच हो सके. मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने अधीक्षक, केन्द्रीय जेल, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर 15 दिन में जवाब मांगा है.

इंदौर जेल में कैदी को नग्न कर जूते का हार पहनाया, जुलूस निकाला: इंदौर की केन्द्रीय जेल में बलात्कार एवं हत्याकांड का आजीवन कारावास काट रहे खंडवा निवासी को नग्न कर जूते का हार पहनाकर जुलूस निकालने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार जेल प्रहरी ने बताया कि कैदी की बैरक के पास गढ्ढा खोदा तो उसमें एक थैली मिली. थैली में तंबाकू की पुडिया और नौ हजार एक सौ रूपये मिले थे. जेलर ने कैदी को जेल की चौक में बुलाकर नग्न किया और जूतों की माला पहना दी. इसके बाद ढोल-ढमाके के साथ उसका जुलूस निकाला जबकि बबलू का कहना है कि वह पैसा और तंबाकू एक साल पहले लाया था. मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने महानिदेशक, जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं, जेल मुख्यालय, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर घटना से संबंधित सीसीटीव्ही फुटेज सुरक्षित कर की गई कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.

पानी में डूबने से 6 की मौत: मप्र के चार जिलों में अलग-अलग घटनाओं में पानी में डूबने से दो युवकों सहित चार बच्चों की मौत हो गई. पहला मामला भिंड जिले का है. भिंड जिले के उमरी थानाक्षेत्र के विलाव गांव में दो बच्चे भैंस चराने के लिये घर से निकले थे. गांव के तालाब में जब भैंसे चली गईं तो दोनो बच्चे भी तालाब में नहाने के लिये उतर गये. उन्हें तालाब की गहराई का अंदाजा नहीं था, जिस कारण वह गहरे पानी में डूब गये.

दूसरा मामला शिवपुरी का है जहां शिवपुरी के पिछोर थानाक्षेत्र के वीरपुर गांव में नहाते समय एक बच्चे की मौत हो गई. तीसरा मामला इंदौर का है. इंदौर जिले के खुडैल स्थित हत्यारी खोह में नहाते समय दो युवकों की मौत हो गई. दोनों मृतक अपने चार दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गये थे. यहां पार्टी मनाने के बाद झरने में नहाने उतर गये और गहराई में चले गये, जिस कारण पानी में डूबने से दोनों युवकों की मौत हो गई.

चौथा मामला जबलपुर का है जिले की परियाटी नदी में नहाने गये दो छात्र नदी के तेज बहाव में बह गये। वहां मौजूद लोगों ने एक छात्र को तो बचा लिया लेकिन दूसरा छात्र प्रेम झारिया पानी के तेज बहाव में बह गया. मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने क्रमशः कलेक्टर भिंड, शिवपुरी, इंदौर एवं जबलपुर से प्रकरण की जांच कराकर सभी मृतकों के परिजनों को शासन की योजना नियमानुसार देय मुआवजा राशि प्रदाय के संबंध में की गई कार्रवाई के बारे में सभी कलेक्टर्स से जवाब मांगा है.

मउ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अल्ट्रासाउण्ड मशीन नहीं: भिंड जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मउ में अल्ट्रासाउण्ड मशीन नहीं होने एवं डाक्टर्स की कमी होने से गर्भवती महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्रतिमाह 70 से 80 गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी होती है. लेकिन यहां अल्ट्रासाउण्ड मशीन नहीं होने से गर्भवती महिलाओं को डिलेवरी से पहले जांच कराने के लिये या तो भिंड शहर में जाना पड़ता या शहर से दूर दूसरे जिले (ग्वालियर) जाना पड़ता है. जिस कारण गरीब वर्ग की गर्भवती महिलाओं को जांच कराने एवं आवागमन में आर्थिक मार झेलनी पड़ती है. मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, भिंड से प्रकरण की जाचं कराकर जवाब मांगा है. साथ ही पूछा है कि अल्ट्रासाउण्ड मशीन कब लगी थी, क्या मशीन के रखरखाव का वार्षिक संधारण अनुबंध (एएमसी) किया गया था.

Also Read

सीहोर में कीचड़ भरे रास्ते से खटिया पर ले गये प्रसूता को: सीहोर जिले की इच्छावर तहसील के ग्राम सुआखेड़ी में बीते मंगलवार को कीचड़ भरे रास्ते से प्रसूता को खटिया पर लिटाकर अस्पताल ले जाने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार सुआखेडी गांव में लेागों को कच्ची सड़के से आवागमन करना पड़ता है. बारिश के समय में यह कच्ची सड़क कीचड़ में बदल जाती है. गांव में सड़क नहीं होने से स्कूल के बच्चों को कीचड़ भरे रास्ते से स्कूल जाना पड़ता है. ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिये जनप्रतिनिधियों को अवगत कराय गया, किंतु हर बार जनप्रतिनिधियों द्वारा केवल आश्वासन ही दिया जाता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सीहोर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है.

गुना में महिला के साथ डाक्टर ने किया दुराचार: गुना जिले के फतेहागढ़ थानाक्षेत्र के ग्राम जैतपुरा में झोलाछाप डॉक्टर महेन्द्र सिंह धाकड़ के क्लीनिक पर अपने बच्चे का इलाज कराने गई एक महिला के साथ डाक्टर ने चाकू की नोंक पर दुराचार करने का मामला सामने आया है. मामला एक माह पुराना है लेकिन महिला ने बीते दिन इस घटना की जानकारी अपने पति को दी. महिला अपने पति के साथ थाना पहुंची और बीते सोमवार आरोपी डॉक्टर पर मामला दर्ज कराया. पुलिस ने आरोपी डॉक्टर पर दुराचार का मामला दर्ज कर लिया है. मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी एवं सीएमएचओ, गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में जवाब मांगा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.