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ई-टेंडरिंग घोटाला: EOW ने दर्ज करवाई FIR, CM के भोपाल पहुंचते ही जांच एजेंसियां हुईं सक्रिय

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Published : Apr 11, 2019, 3:27 PM IST

Updated : Apr 12, 2019, 3:52 PM IST

प्रदेश में ई-टेंडरिंग का मामला जोर पकड़ रहा है. आयकर विभाग द्वारा की गई छापामार कार्रवाई के 3 दिन बाद ई-टेंडरिंग घोटाले में एफआईआर दर्ज की गई है. ई-टेंडरिंग घोटाला पूर्व की शिवराज सरकार के वक्त हुआ था.

सीएम कमलनाथ

भोपाल। सीएम कमलनाथ के करीबियों पर आयकर विभाग के छापे के बाद मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार एक्शन के मोड में आ गई है. कांग्रेस ने पूर्व की शिवराज सरकार के वक्त हुए ई-टेंडर घोटाले में एफआईआर दर्ज कराई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ के भोपाल पहुंचते ही तमाम जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं.

ई-टेंडरिंग घोटाले में FIR

मुख्यमंत्री कमलनाथ आयकर विभाग के छापे पर 3 दिन तक चुप्पी साधे रहे. जैसे ही आयकर विभाग की कार्रवाई खत्म हुई, तो नामांकन दाखिल करने के बाद छिंदवाड़ा से सीधे दिल्ली पहुंचे कमलनाथ ने महज चार घंटे के अंदर ही ई-टेंडर घोटाले में एफआईआर दर्ज कराई. हालांकि एफआईआर में फिलहाल किसी नेता या अफसर का नाम नहीं है. लेकिन इसी बात ने भाजपा नेताओं की नींद उड़ा कर रख दी है.

ईओडब्ल्यू ने करीब 3 हजार करोड़ के टेंडर घोटाले में कई कंस्ट्रक्शन और सॉफ्टवेयर कंपनी सहित कई विभागीय कर्मचारियों-अधिकारियों और अज्ञात राजनेता और नौकरशाह के खिलाफ मामला दर्ज किया है. हालांकि कांग्रेस इसे आयकर छापों के बाद बदले की कार्रवाई मानने से इंकार कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि विधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का हमने जो वचन दिया था, वही निभा रहे हैं. कांग्रेस के को-ऑर्डिनेटर भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में कहा था कि ई टेंडर समेत 175 घोटाले हैं, जिसमें पूर्व की बीजेपी सरकार संलिप्त थी, हम उनकी जांच करेंगे.

Intro:भोपाल। कमलनाथ के करीबियों पर आयकर छापे के बाद मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने वचन पत्र के बहाने बदला लेने की शुरुआत ई टेंडर घोटाले में एफ आई आर दर्ज कर कर दी है। ईओडब्ल्यू ने करीब 3000 करोड़ के टेंडर घोटाले में कई कंस्ट्रक्शन कंपनी, सॉफ्टवेयर कंपनी सहित कई विभागीय कर्मचारियों-अधिकारियों और अज्ञात राजनेता और नौकरशाह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।हालांकि कांग्रेस इसे आयकर छापों के बाद बदले की कार्रवाई मानने से इंकार कर रही है और कह रही है कि विधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही का हमने वचन दिया था और हम वही वचन निभा रहे हैं।


Body:दरअसल मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर पड़े छापे के बाद तय माना जा रहा था कि भाजपा की 15 साल की मध्यप्रदेश की सरकार के घोटालों से अब पर्दा जरूर उठेगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ आयकर छापा की कार्यवाही के 3 दिन तक तो चुप्पी साधे रहें और जैसे ही आयकर की कार्रवाई खत्म हुई। तो पहले से तैयारी करें बैठी मध्यप्रदेश सरकार ने अपना दांव खेला है। नामांकन दाखिल करने के बाद छिंदवाड़ा से सीधे दिल्ली पहुंचे कमलनाथ आज 12:30 बजे भोपाल पहुंचे।मुख्यमंत्री के भोपाल पहुंचने के महज 4 घंटे के भीतर ई टेंडर घोटाले में एफ आई आर दर्ज करने की खबर मिली।हालांकि एफ आई आर में फिलहाल किसी नेता या अफसर का नाम नहीं है।लेकिन इसी बात ने भाजपा नेताओं की नींद उड़ा कर रख दी है।


Conclusion:इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने अपने वचन पत्र में कहा था कि जो ई टेंडर और लगभग 175 घोटाले हैं, जिसमें भाजपा की शिवराज सरकार संलिप्त थी, जिसमें करोड़ों के जनधन की लूट हुई है, हम उनकी जांच करेंगे।उसी प्रक्रिया में जनता को दिए वचन को निभाने की दिशा में एजेंसियां आगे बढ़ रही हैं। ई टेंडर घोटाले की जांच आज ईओडब्ल्यू ने अपने हाथ में ली है, आगे जो भी परिणाम सामने आएंगे, कार्रवाई की जाएगी। वहीं अन्य घोटालों के बारे में कांग्रेस का कहना है कि सारी जांचें अपरिहार्य हैं, प्रतीक्षारत है। जैसे-जैसे तथ्यान्वेषण होगा। वैसे वैसे सारी चीजों को जनता के सामने लाया जाएगा। वही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बयान कि अगर कोई घोटाला हुआ है,तो जांच होनी चाहिए। लेकिन राजनीति से प्रेरित नहीं होना चाहिए। इस बयान पर कांग्रेस का कहना है कि कोई भी जांच राजनीति से प्रेरित नहीं होती है। उस जांच का ढंग राजनीति से प्रेरित होता है।जैसा कि केंद्र सरकार ने आयकर छापों के मामले में किया है। जबकि भाजपा के मुख्यमंत्री की गाड़ी से पैसे पकड़े जा रहे हैं, लेकिन उसकी जांच भी नहीं की जा रही है और उसकी बात भी नहीं की जा रही है। इस पर संबंधित सरकारी एजेंसी भी बयान देने से मना कर रही है। यह लोगों को दिख रहा है कि कानून की नजरों में दो अलग-अलग व्यक्ति अलग अलग तरीके से डील किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में ऐसा कुछ नहीं है, कानून की नजर एक है। जिन लोगों की गड़बड़ियां सामने आएंगी उन के लिहाज से उनकी यात्राएं होंगी।
Last Updated :Apr 12, 2019, 3:52 PM IST
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