खंडवा। कलेक्टर के समर्थन में इंदौर रेंज के कमिश्नर पवन शर्मा मैदान में आ गए हैं. पवन शर्मा ने खंडवा कलेक्टर का बचाव करते हुए रविवार के दिन छुट्टी होने के बावजूद खंडवा के पीआरओ को सस्पेंड कर दिया था. जिसके बाद जनसंपर्क विभाग के तमाम अधिकारी कमिश्नर इंदौर के खिलाफ हो गए हैं और इसे एक आईएएस द्वारा दूसरे को बचाने का आरोप लगाते हुए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी. दरअसल इंदौर कमिश्नर ने छुट्टी के दिन कार्रवाई करते हुए खंडवा पीआरओ को सस्पेंड किया और वजह बताई कि वह मंत्री के दौरे का कवरेज नहीं करते हैं. जनसंपर्क अधिकारी संगठन ने आदेश की निंदा की है. पीआरओ बृजेंद्र शर्मा को सस्पेंड करने पर प्रदेश जनसंपर्क अधिकारी संगठन का कहना है कि सरकार आईएएस को प्रोटेक्ट कर रही है. इस कारण सोमवार से सभी जनसंपर्क अधिकारी कलमबंद हड़ताल पर जाने का विचार कर रहे हैं.
ये कैसी अफसरशाही! कलेक्टर ने सीएम के अधिकार पर किया अतिक्रमण
पत्रकारों को धमकाने वाले कलेक्टर अनन्य द्विवेदी
अब इसम मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से शिकायत की है. जिसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि आज शाम तक कार्रवाई हो सकती है. खंडवा में पत्रकारों को धमकाने वाले कलेक्टर अनन्य द्विवेदी फिर विवादों में आ गए हैं. जनसंपर्क अधिकारी का ट्रांसफर कर उन्हें रिलीव कर दिया गया. कलेक्टर की तानाशाही का यह मामला खंडवा से निकलकर भोपाल के प्रशासनिक गलियारों में भी गूंज रहा है.
कलेक्टर के पास नहीं हैं ट्रांसफर के अधिकार
खंडवा पीआरओ बृजेंद्र शर्मा के ट्रांसफर मामले ने तूल पकड़ लिया है. जनसंपर्क अधिकारियों कहना है कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से बात हुई है. मामले पर शाम को मुख्यमंत्री फैसला लेंगे. जनसंपर्क आयुक्त सुदामा खांडे का कहना है कि कलेक्टर को ट्रांसफर का अधिकार नहीं है. ट्रांसफर करने का अधिकार सिर्फ शासन के पास है, कलेक्टर को अधिकार नहीं है. मैं अभी आर्डर देखूंगा उन्होंने किस आधार पर ट्रांसफर किया है.
कलेक्टर की 'तानाशाही'
खंडवा कलेक्टर को तानाशाही कलेक्टर भी कहा जाता है. क्योंकि हर बार कलेक्टर अपनी मर्जी चलाते हैं. कई बार कलेक्टर ने शहर के पत्रकारों को भी घमकी दी है. इस बार कलेक्टर ने जिला जनसंपर्क अधिकारी (PRO) का ट्रांसफर कर उनको रिलीव कर दिया है. जबकि पीआरओ को ट्रांसफर करने का अधिकार सिर्फ जनसंपर्क मंत्री के पास होता है. वर्तमान में जनसंपर्क मंत्रालय का प्रभार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पास ही है. कलेक्टर ने पीआरओ का ट्रांसफर कर के सीएम चौहान के अधिकारों पर अतिक्रमण किया है. इस संबंध में जनसंपर्क आयुक्त ने भी कहा है कि ये अधिकार कलेक्टर के पास नहीं है. कलेक्टर ने ऐसा क्यों किया है इसकी पुछताछ की जाएगी.