भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा 2023 की तैयारी को देखते हुए बीजेपी ने राज्यों के चुनाव प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं. मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव को बनाया गया है और अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी नियुक्त किया है. बता दें भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव केंद्रीय मंत्री हैं, लेकिन भूपेंद्र यादव को चुनाव की अहम जिम्मेदारी दी गई है. इसके पहले बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र के प्रभारी रह चुके हैं. भूपेंद्र यादव की संगठन क्षमता के कारण ही उनको मध्य प्रदेश की चुनावी जिम्मेदारी दी गई है. यूपी में भी इनको संगठन मजबूती के लिए भेजा गया था. आइए जानते हैं कि आखिर किन वजहों के चलते भूपेंद्र यादव को प्रदेश के चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है.....
OBC वर्ग से आते हैं भूपेंद्र यादवः राजस्थान से आने वाले भूपेंद्र यादव ओबीसी से आते हैं. मध्य प्रदेश में ओबीसी की जनसंख्या 51 फीसदी है, लिहाजा ओबीसी वर्ग को साधने के लिए यादव को ये जिम्मेदारी दी गई है. भूपेंद्र यादव अमित शाह के करीबी माने जाते हैं. अमित शाह 2018 से पहले प्रदेश के दौरे पर आए थे. उन्होंने यहां पर संगठन की बैठकें भी लीं.
टिकट वितरण में नहीं होगा एकतरफा फैसलाः भूपेंद्र यादव को प्रदेश चुनाव की जिम्मेदारी देकर एक संदेश पार्टी ने यह दे दिया है कि इस बार चुनाव में टिकट वितरण एक तरफा नहीं होगा. बल्कि जो भी फैसला होगा. वह केंद्र के फैसले के बाद ही होगा.
प्रदेश बीजेपी में आपसी कलह खुलकर आई सामनेः मध्य प्रदेश बीजेपी में फिलहाल गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है. कार्यकर्ता नाराज है. पार्टी के वरिष्ठ नेता भी प्रदेश अध्यक्ष के रवैए से खुश नहीं है. वहीं, सिंधिया समर्थक और अन्य मंत्रियों के बीच अनबन जग जाहिर है. अब बीजेपी में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है. इसको लेकर सीएम शिवराज भी कई बार मंत्रियों को समझाइश भी से चुके हैं, लेकिन आपसी मन मुटाव कायम है.
संगठन क्षमता में निपुणः भूपेंद्र यादव अपनी संगठन क्षमता का लोहा मनवा चुके हैं. मोदी की टीम के विश्वसीय माने जाते हैं. एमपी बीजेपी के सर्वे में पार्टी की स्थिति ठीक नही हैं और खासतौर से विधायक और मंत्रियों की मैदानी स्थिति भी कमजोर बताई जा रही हैं. लिहाजा भूपेंद्र यादव को चुनावी जिम्मेदारी इसलिए दी गई है कि वे सभी पहलुओं पर विचार कर केंद्रीय हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.
शिवराज हर वर्ग को खुश करने में जुटीः मध्य प्रदेश पर इस वक्त 3.30 लाख करोड़ का कर्ज है, लेकिन इन सब को नजरअंदाज करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सभी वर्गों को खुश करने में जुटे हैं. चाहे वह कर्मचारी हो या फिर अन्य कोई वर्ग. अभी मुख्यमंत्री शिवराज ने लाडली बहना योजना लॉन्च की जो कि एक बार फिर शिवराज के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकती है. इसमें हर महीने महिलाओं को एक हजार रुपये दिए जा रहे हैं. इस योजना से सीएम प्रदेश की सवा करोड़ महिलाओं को साधने की कवायद है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने स्वागत किया है और कहा कि भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव को चुनावी कमान देने से संगठन को और मजबूती मिलेगी.