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पैथोलॉजी की रिपोर्ट में आदमी को बता दिया प्रेग्नेंट, स्वास्थ्य विभाग ने सील की पैथोलॉजी

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Published : Jul 7, 2019, 8:52 PM IST

Updated : Jul 7, 2019, 11:58 PM IST

भिंड में श्याम पैथोलॉजी लैब ने सुरेश नाम के मरीज की जांच रिपोर्ट में उसे प्रैग्नेंट बताया. स्वास्थ्य विभाग के अमले ने पैथोलॉजी को सील कर दिया है लेकिन इस मामले में एक के बाद एक परतें खुलती जा रही हैं.

एमपी में प्रेग्नेंट पुरुष!

भिंड| जिले की एक पैथोलॉजी लैब का कारनामा सुर्खियों में है. फूप इलाके में बनी श्याम पैथोलॉजी ने पुरुष मरीज को प्रेग्नेंट बता डाला और रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है. वहीं स्वास्थ्य विभाग के अमले ने पैथोलॉजी को सील कर दिया है लेकिन इस मामले में एक के बाद एक परतें खुलती जा रही हैं. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है.

फूप इलाके में स्थित श्याम पैथोलॉजी लैब ने सुरेश नाम के मरीज की जांच रिपोर्ट में उसे प्रेग्नेंट बताया. स्वास्थ्य विभाग के अमले ने पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया है.

एमपी में प्रेग्नेंट पुरुष!

मामले की ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने पड़ताल की तो पता चला कि रिपोर्ट में लिखे नाम और प्रेगनेंसी टेस्ट को पॉजिटिव लिखे जाने की हैंडराइटिंग अलग-अलग थी. साथ ही इस रिपोर्ट पर किसी पैथोलॉजिस्ट के सिग्नेचर भी नहीं थे. इस खबर की सच्चाई जानने के लिए जब पैथोलॉजिस्ट से बात की गई तो पता चला कि फूप में ही एक प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टर विनोद प्रजापति मरीज का का ब्लड सैंपल लेकर आया था और पैथोलॉजीस्ट को अपने भरोसे में लेकर कहा कि जब रिपोर्ट आए तो बता देना. रिजल्ट में वो खुद भर देगा. झोलाछाप डॉक्टर रिपोर्ट का खाली पेपर ले कर चला गया और उसी ने मरीज को वो रिपोर्ट बना कर दी थी.

झोलाछाप डॉक्टर विनोद प्रजापति से बात की तो पहले उसने खुद को किसान बताया लेकिन जब उसे भरोसे में लेकर पूछा गया तो उसने अपने डॉक्टर होने की बात तो कबूल की, लेकिन डॉक्टरी के दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाया.

स्वास्थ्य विभाग के अमले ने बिना किसी जांच के ही सिर्फ मरीज की टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर लैब को सील कर दिया. ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के अमले की ये कार्रवाई सवालों के घेरे में है.

Intro:भिंड में एक पैथोलॉजी लैब का कारनामा सुर्खियों में है फूड इलाके में बनी श्याम पैथोलॉजी ने पुरुष मरीज को प्रैग्नैंट बता डाला है और रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है वहीं स्वास्थ्य विभाग के अमले ने पैथोलॉजी को सील कर दिया लेकिन इस मामले में एक के बाद एक परतें खुलती गई और अब स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली ही सवालों के घेरे में खड़ी है


Body:दरअसल फूप इलाके में स्थित श्याम पैथोलॉजी लैब ने सुरेश नाम के मरीज की जांच रिपोर्ट में उसे प्रेग्नेंट बताया जिसके बाद लोगों ने उस जांच रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया मामला सोशल मीडिया से मीडिया में उछला तो आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के अमले ने पैथोलॉजी लैब को सील कर वाहवाही लूटी लेकिन ईटीवी भारत की पड़ताल में मांजरा कुछ और ही निकला

*ईटीवी भारत की पड़ताल।
ईटीवी भारत में इस रिपोर्ट की पड़ताल की तो पाया रिपोर्ट में लिखे नाम और प्रेगनेंसी टेस्ट को पॉजिटिव लिखे जाने की हैंडराइटिंग अलग अलग थी साथ ही इस रिपोर्ट पर किसी पैथोलॉजिस्ट के सिग्नेचर भी नहीं थे ऐसे में इस खबर की सच्चाई जानने के लिए ईटीवी भारत मौके पर पहुंचा तो पैथोलॉजिस्ट से बात करने पर पता चला कि फूप में ही एक प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टर विनोद प्रजापति सुरेश नाम के मरीज का ब्लड सैंपल लेकर आया था और पैथोलॉजी स्ट को अपने भरोसे में लेकर कि जब रिपोर्ट आए तो बता देना रिजल्ट में भर दूंगा कहकर रिपोर्ट का खाली पर चले गया और उसी ने मरीज को वह रिपोर्ट बना कर दी थी।

बाइट- पैथोलॉजी संचालक
बाइट- डॉ. निखिल अग्रवाल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, फूप

*झोलाछाप डॉक्टर की तफ्तीश।
इस मामले में जब झोलाछाप डॉक्टर विनोद प्रजापति का रोल भी सामने आया तो उसका पता लगाते हुए हम डॉक्टर के घर दिन पुरा गांव में पहुंचे जहां उससे मिले तो पहले वह झोलाछाप डॉक्टर खुद को किसान बताने लगा लेकिन जब उसे भरोसे में लेकर पूछा गया तो उसने अपने डॉक्टर होने की बात तो कबूल की लेकिन डॉक्टरी के किसी भी तरह के दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाया।

एंबिएंस- विनोद प्रजापति, झोलाछाप डॉक्टर(खुद को किसान बताते हुए)
बाइट- विनोद प्रजापति, झोलाछाप डॉक्टर( खुद को डॉक्टर कबूलते हुए)



Conclusion:*सवालों के घेरे में स्वास्थ्य विभाग।
इस पूरे मामले को लेकर एक बड़ा सवाल यह भी सामने आया है कि जांच रिपोर्ट में मरीज के नाम और प्रेगनेंसी पॉजिटिव बताने में दोनों जगह ही हैंडराइटिंग अलग अलग थी साथ ही उस रिपोर्ट पर किसी भी पैथोलॉजिस्ट के सिग्नेचर नहीं थे लेकिन वाहवाही लूटने के चक्कर में अमले ने बिना किसी जांच के ही सिर्फ मरीज की टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर लैब को सील कर डाला ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के अमले की यह कार्रवाई सवालों के घेरे में है

भिंड से ईटीवी भारत के लिए पियूष श्रीवास्तव ।
Last Updated :Jul 7, 2019, 11:58 PM IST
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