ETV Bharat / city

वंशवाद की ओर भाजपा! दिग्गज नेतापुत्र राजनीति में एंट्री को बेताब, जन्मदिन के बहाने दिखा रहे हैं ताकत

author img

By

Published : Nov 19, 2021, 6:42 PM IST

Updated : Nov 19, 2021, 7:19 PM IST

ग्वालियर चंबल अंचल से आने वाले देश और प्रदेश की राजनीति में एक अपना अलग मुकाम रखने वाले अंचल के दो केंद्रीय मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे राजनीति में आने के लिए बेताब हैं. ये नेता पुत्र अपने दावे को मजबूत करने के लिए शक्ति प्रदर्शन के जरिए अपनी ताकत भी दिखा रहे हैं.

jyotiraditya-scindia-son-mahaaryaman
दिग्गज नेतापुत्र राजनीति में एंट्री को बेताब

ग्वालियर । बीजेपी की विचारधारा यूं तो परिवारवाद और भाई भातीजा वाद के खिलाफ रही है, लेकिन चंबल अंचल में पार्टी और उसके नेताओं का चाल, चरित्र और चेहरा बदल रहा है. ग्वालियर चंबल अंचल से आने वाले देश और प्रदेश की राजनीति में एक अपना अलग मुकाम रखने वाले अंचल के दो केंद्रीय मंत्रियों के बेटे राजनीति में आने के लिए बेताब हैं. ये नेता पुत्र अपने दावे को मजबूत करने के लिए शक्ति प्रदर्शन भी कर रहे हैं. हम केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्यातिरादित्य सिंधिया के बेटे को सामने देख चुके हैं, लेकिन इस कांग्रेस के नेता भी पीछे नहीं है.

सियासत में एंट्री को तैयार हैं 'युवराज'

ग्वालियर चंबल अंचल में नेता पुत्रों के बीच किसी न किसी बहाने शक्ति प्रदर्शन का दौर शुरू हो चुका है. माना जा रहा है कि बीजेपी में स्थापित नेताओं की तरफ से अपने बेटों को इसकी हरी झंडी भी दे दी गई है. यही वजह है कि अंचल के दोनों दिग्गज नेताओं के दोनों पुत्र अपने जन्मदिन के बहाने अपनी ताकत दिखा रहे हैं. कुछ दिनों पहले अंचल के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे प्रबल प्रताप सिंह तोमर उर्फ रघु के जन्मदिन के मौके पर लगी कार्यकर्ताओं की भीड़ और अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महा आर्यमन सिंधिया के जन्मदिन पर समर्थकों का जश्न. इन तस्वीरों से साफ होता है कि दोनों नेता पुत्र अब राजनीति में एंट्री को बेताब हैं. हालांकि बीजेपी सांसद इसे जन्मदिन मनाने का एक सामान्य तरीका बताते हैं.


अभी फैसला नहीं... पर तैयारी शुरू
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महा आर्यमन 26 साल के हो चुके हैं. जिन्हें लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा चलती रहती है कि अन्य नेता पुत्रों की तरह ज्योतिरादित्य के बेटे भी राजनीति में इंट्री करेंगे. जूनियर सिंधिया से जब उनकी राजनीतिक पारी शुरू करने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी तो ऐसा कुछ नहीं है, फिलहाल में अपने लोगों से मिल रहा हूं, उन्हें समझ रहा हूं, बात कर लूं, उसके बाद ही कोई फैसला लूंगा. मतलब साफ है कि महा आर्यमन राजनीति में आने की तैयारी शुरू कर चुके हैं. जन्मदिन के मौके पर शक्ति प्रदर्शन कर उन्होंने इसके संकेत भी दे दिए हैं. इसके अलावा वरिष्ठ नेता प्रभात झा के बेटे तुष्मुल झा, नरोत्म मिश्रा के बेटे भी राजनीति में खुद को स्थापित करने की राह तलाश रहे हैं.

बीजेपी में शुरू होगी वंशवाद की राजनीति!
ग्वालियर चंबल अंचल के दोनों दिग्गज नेताओं के बेटों के जन्मदिन पर हुए शक्ति प्रदर्शन पर कांग्रेस ने भी जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि जब से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हुए हैं उसके बाद अंचल में दोनों दिग्गज नेताओं के बीच शक्ति प्रदर्शन की होड़ लगी हुई है जो अब नेता पुत्रों तक पहुंच चुकी है. इससे पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे, बेटी ने जन्मदिन मना कर शक्ति प्रदर्शन किया और अब ज्योतिरादित्य सिंधिया की बेटे ने जन्मदिन के बहाने 'महल' की ताकत दिखाई है. कांग्रेस नेता ने सवाल उठाते हुए कहा कि हमेशा वंशवाद के खिलाफ बातें करने वाली बीजेपी की कथनी और करनी का फर्क ग्वालियर चंबल अंचल में दिखने लगा है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस अंचल में वंशवाद की राजनीति की शुरुआत होने वाली है. वरिष्ठ पत्रकार देवश्री माली भी कुछ ऐसी ही राय रखते हैं. उनका मानना है कि जन्मदिन के बहाने किए जा रहा शक्ति प्रदर्शन इस बात को साबित करता है कि दिग्गज नेता अपने पुत्रों को राजनीति में आने के लिए हरी झंडी दे चुके हैं और नेता पुत्र भी एंट्री लेने को बेताब है. इन नेता पुत्रों के नाम से सोशल मीडिया में कई सारे एकाउंट चल रहे हैं और वे भी हर वर्ग के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से मिलने और सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होकर अपनी दावेदारी को मजबूत करने में लगे हैं.

कांग्रेस की भी है लंबी लिस्ट
नेता पुत्रों के राजनीति के मैदान में उतारने का कांग्रेसियों को भी खास अनुभव है. पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ, दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह, सुभाष यादव के बेटे अरुण यादव ऐसे नाम हैं जो राजनीति में स्थापित हो चुके हैं तो वहीं कई और नए 'युवराज' खुद को स्थापित करने की कोशिश में जुटे हुए हैं.

Last Updated :Nov 19, 2021, 7:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.