भोपाल। नर्मदा घाटी विकास परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को फटकार लगाई. सीएम ने निर्माणाधीन परियोजनों और सोलर ऊर्जा के लिए तैयार की गई रणनीति को लेकर अधिकारियों से सवाल किया. सीएम ने पूछा कि क्या विभाग के फील्ड अधिकारी नियमित दौरा करते हैं, दौरे के दौरान क्या चेक करते हैं. अधिकारियों के जवाब से असंतुष्ट सीएम ने कहा कि जमीनी स्तर पर परियोजनाओं की समीक्षा नहीं हो रही है, ऐसी लीपा पोती नहीं चलेगी.
मेरे पास रिपोर्ट है, क्यों नहीं करते अफसर दौरा: सीएम
नर्मदा घाटी विकास विभाग की समीक्षा के दौरान सीएम ने कहा कि जितनी भी परियोजनाएं संचालित हैं, उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने की गारंटी होनी चाहिए. हमारे प्रोजेक्ट्स की गुणवत्ता अच्छी हो, यह हमारी जिम्मेदारी है. सीएम ने अधिकारियों से पूछा कि परियोजनाओं की माॅनिटरिंग की क्या व्यवस्था है, विभाग के फील्ड अफसर नियमित दौरा करते हैं या नहीं. इसके साथ ही क्या-क्या करते हैं, इसके लिए कुछ प्लान बनाया है या नहीं. सीएम के सवाल पर अधिकारियों ने जवाब दिया, लेकिन बैठक में उस वक्त सन्नाटा छा गया, जब सीएम ने कहा कि विभाग के फील्ड अफसर नियमित दौरा नहीं कर रहे हैं, उनके पास इसकी पूरी रिपोर्ट है. बैठक में सीएम ने निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट्स में देरी न हो, अगर देरी हुई तो उसकी जिम्मेदारी तय की जाए. प्रोजेक्ट की गुणवत्ता सुनिश्चित होनी चाहिए और बड़ी परियोजनाओं का ऑपरेशन और मेंटेनेंस की पूरी व्यवस्था हो.
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कान्ह नदी को करें प्रदूषण मुक्त
जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि इंदौर की कान्ह नदी में प्रदूषण हमारी असफलता है, इसमें प्रदूषण रोकने का काम ढंग से करें, इसका समाधान निकालें. अटल भूजल योजना के क्रियान्वयन में हम देश में अव्वल कैसे आएं, इस पर काम करें. विभाग की सभी योजनाएं समय पर पूरी हों और अगर बिना वाजिब कारण देरी हो रही है तो जिम्मेदारी तय की जाए. सीएम ने कहा कि प्रेशराइज्ड पाइप लाइन की योजना बना रहे हैं. इसके मेंटेनेंस, संचालन सहित अन्य जरूरी बिंदुओं पर काम करें. बैठक में सीएम ने चंबल नहर को लेकर तेज गति से किए जा रहे काम पर प्रशंसा भी जताई.