जबलपुर। सोशल मीडिया पर खुद को एनएसयूआई का सदस्य बताते हुए एक युवक ने कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये 12 स्वयं सेवक कार्यकर्ताओं पर विवादित टिप्पणी की थी. जिस पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया, जहां कोर्ट ने जमानत याचिका खारिच करते हुए उसे जेल भेज दिया है.
दरअसल, मंसूराबाद के रहने वाले जिआ उल हक ने अपनी फेसबुक पोस्ट में आरएसएस कार्यालय को पूरे देश में कोरोना फैलाने की जगह बताया है.उसने यह लिखा था कि पूरे देष में आरएसएस कार्यालय से कोराना फैल रहा है, इन्हे बंद करना चाहिए. इस पोस्ट की शिकायत हिन्दू सेना के नीरज राजपूत ने केंट थाने में दर्ज करवाई थी. जिस पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 295 ए तथा 505 के तहत प्रकरण दर्ज किया था.
वहीं पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था, जहां कोर्ट ने आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर उसे जेल भेज दिया है. गौरतलब है कि आरएसएस कार्यालय में एक दर्जन व्यक्ति कारोना से संक्रमित पाये गये थे, इस पर इस फेसबुक में संक्रमित आरएसएस कार्यकर्ताओं पर असहनीय टिप्पणी की थी.