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10 दिनों से जनरेटर के सहारे चल रहा डायलिसिस सेंटर, दांव पर मरीजों की जिंदगी

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 12, 2024, 6:39 PM IST

Updated : Jan 12, 2024, 6:54 PM IST

Dialysis center running with generator. धनबाद में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर प्रशासन कितना जिम्मेदार है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डायलिसिस सेंटर में 10 दिनों से बिजली नहीं है. पूरा सेंटर जनरेटर के सहारे चल रहा है और मरीजों की जिंदगी दांव पर लगी हुई है.

Dialysis center in dhanbad
Dialysis center in dhanbad
10 दिनों से जनरेटर के सहारे चल रहा डायलिसिस सेंटर

धनबाद: सदर अस्पताल में डायलिसिस मरीजों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. डायलिसिस में आ रही कठिनाई के कारण उनकी स्थिति बिगड़ रही है. कठिनाई इसलिए हो रही है क्योंकि डायलिसिस सेंटर में पिछले दस दिनों से बिजली नहीं है.

धनबाद के सदर अस्पताल में डायलिसिस सेंटर फिलहाल जनरेटर पर निर्भर है. जनरेटर पर अधिक दबाव न पड़े इसके लिए भी एहतियात बरता जा रहा है, ताकि जान बचाने के लिए जो व्यवस्था मरीजों को मिल रही है. वह कहीं ध्वस्त ना हो जाए. एक मरीज को चार घंटे की जगह दो से तीन घंटे ही डायलिसिस दिया जा रहा है. जिस कारण मरीजों की स्थित बिगड़ रही है.

डायलिसिस सेंटर के इंचार्ज मो हुसैन ने बताते हैं कि कि पिछले दस दिनों बिजली आपूर्ति में आई खराबी के कारण जनरेटर से कार्य लिया जा रहा है. जिस कारण डायलिसिस में थोड़ा कम समय दिया जा रहा है. जनरेटर खराब ना हो और सेवा सुचारू रहे इसके लिए जनरेटर पर कम दबाव दिया जा रहा है. कंपनी के अधिकारी और सिविल सर्जन को मामले की जानकारी दे दी गई है.

वहीं इस मामले में सिविल सर्जन डॉ सीवी प्रतापन ने कहा कि डायलिसिस सेंटर पीपीपी मोड पर चल रहा है. सेंटर की फाइल अभी तक नहीं मिली है. फाइल मिलने के बाद ही इसपर आगे कुछ किया जा सकता है. हालांकि वह मानते हैं कि यह एक लाइफ सेविंग है. डायलिसिस नहीं होने से मरीजों की जान तक जा सकती है.

10 दिनों से जनरेटर के सहारे चल रहा डायलिसिस सेंटर

धनबाद: सदर अस्पताल में डायलिसिस मरीजों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. डायलिसिस में आ रही कठिनाई के कारण उनकी स्थिति बिगड़ रही है. कठिनाई इसलिए हो रही है क्योंकि डायलिसिस सेंटर में पिछले दस दिनों से बिजली नहीं है.

धनबाद के सदर अस्पताल में डायलिसिस सेंटर फिलहाल जनरेटर पर निर्भर है. जनरेटर पर अधिक दबाव न पड़े इसके लिए भी एहतियात बरता जा रहा है, ताकि जान बचाने के लिए जो व्यवस्था मरीजों को मिल रही है. वह कहीं ध्वस्त ना हो जाए. एक मरीज को चार घंटे की जगह दो से तीन घंटे ही डायलिसिस दिया जा रहा है. जिस कारण मरीजों की स्थित बिगड़ रही है.

डायलिसिस सेंटर के इंचार्ज मो हुसैन ने बताते हैं कि कि पिछले दस दिनों बिजली आपूर्ति में आई खराबी के कारण जनरेटर से कार्य लिया जा रहा है. जिस कारण डायलिसिस में थोड़ा कम समय दिया जा रहा है. जनरेटर खराब ना हो और सेवा सुचारू रहे इसके लिए जनरेटर पर कम दबाव दिया जा रहा है. कंपनी के अधिकारी और सिविल सर्जन को मामले की जानकारी दे दी गई है.

वहीं इस मामले में सिविल सर्जन डॉ सीवी प्रतापन ने कहा कि डायलिसिस सेंटर पीपीपी मोड पर चल रहा है. सेंटर की फाइल अभी तक नहीं मिली है. फाइल मिलने के बाद ही इसपर आगे कुछ किया जा सकता है. हालांकि वह मानते हैं कि यह एक लाइफ सेविंग है. डायलिसिस नहीं होने से मरीजों की जान तक जा सकती है.

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Last Updated : Jan 12, 2024, 6:54 PM IST
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