ETV Bharat / state

हजारीबाग में खराबी का दंश झेल रहे 15 एंबुलेंस, दुरुस्त कर दोबारा सड़क पर दौड़ाने का किया जा रहा प्रयास!

author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 22, 2023, 1:23 PM IST

Updated : Dec 22, 2023, 2:50 PM IST

Efforts to improve poor service of 108 ambulances in Hazaribag
हजारीबाग में 108 एंबुलेंस की बदहाल सेवा को ठीक करने की कवायद

Bad condition of 108 ambulance service in Hazaribag. हजारीबाग में 108 एंबुलेंस सेवा बदहाल है. इस सुविधा को ठीक करने की कवायद की जा रही है. 15 पुराने एंबलेंस को दुरुस्त कर दोबारा चलाने का प्रयास किया जा रहा है.

हजारीबाग में 108 एंबुलेंस सेवा बदहाल

हजारीबागः जिला में गंभीर रोगियों एवं प्रसुताओं को समय पर त्वरित उपचार मुहैया कराने को लेकर जीवनदायिनी नाम से एंबुलेंस संचालित की जा रही है. लेकिन जिले में इन दिनों 108 एंबुलेंस खुद बीमार चल रही है. ऐसे में एंबुलेंस की सुविधा राम भरोसे ही चल रही है. मरीजों को त्वरित उपचार मुहैया कराने के लिए शुरू हुई 108 एंबुलेंस सेवा दिनों-दिन मरम्मत के अभाव में लड़खड़ा रही है.

हजारीबाग में इन दोनों 10 नई एंबुलेंस सेवा के लिए दिए गए हैं. जिससे मरीज को अस्पताल लाया जा रहा है. लेकिन इसके पहले जिले को 18 हजार 108 एंबुलेंस दिए गए थे. उसमें से 15 एंबुलेंस खराब हो गए हैं. जिसे लेकर अब मरम्मत का काम चल रहा है. डेमोटांड़ के एक गरज में चार एंबुलेंस बनाने के लिए भेजे गए हैं. वहीं कई एंबुलेंस ऐसे हैं, जिनकी बैटरी और चक्के खराब हो चुके हैं. ऐसे में अब उसे दुरुस्त करने की तैयारी चल रही है. हजारीबाग सिविल सर्जन डॉ एसपी सिंह ने जानकारी दिया कि पुराने एंबुलेंस खराब हो चुके हैं और उन्हें बनाने का काम चल रहा है.

वहीं सिविल सर्जन डॉ एसपी सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आपातकालीन सेवा के तहत हजारीबाग को 10 नया एंबुलेंस दिया गया है. पुरानी कंपनी मेसर्स चिकित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड से एमओयू समाप्त होने के बाद अब नयी कंपनी मेसर्स इएमआरआइ ग्रीन हेल्थ सर्विसेज मौजूदा संसाधनों का हैंडओवर दे दी है. उनका भी मानना है कि अगर पुराना एंबुलेंस दुरुस्त हो जाता तो हजारीबाग में एंबुलेंस की समस्या कभी नहीं होती. इसका लाभ सभी लोगों को मिलता. वर्तमान समय में 15 एंबुलेंस खराब पड़े हुए हैं लेकिन 10 नई एंबुलेंस सेवा देने के लिए तैयार भी हैं. बहुत जल्द सभी खराब एंबुलेंस को दुरुस्त कर लिया जाएगा. ऐसे में जिला में 25 एंबुलेंस सेवा देते हुए मिल जाएंगे.

ऐसा माना जा सकता है कि रखरखाव के अभाव में एंबुलेंस का खराब होना प्रशासनिक और सरकारी उदासीनता का प्रतीक है. जिस तरह से कोरोना ने फिर से दस्तक देना शुरू कर दिया है. ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ साथ एंबुलेंस सेवा दुरुस्त रहना बेहद जरूरी है.

इसे भी पढ़ें- उद्घाटन के 24 घंटे में खुली 108 न्यूनेटल एंबुलेंस सेवा की पोल, ऑक्सीजन की कमी से नवजात की मौत!

इसे भी पढ़ें- बच्चों को अस्पताल पहुंचाने की जगह स्वास्थ्य मुख्यालय में पड़ी हैं 24 नियोनेटल एम्बुलेंस, मुख्यमंत्री ने 23 जुलाई को दिखाई थी हरी झंडी

इसे भी पढ़ें- सरकारी व्यवस्था की खुली पोल! एंबुलेंस बीच रास्ते में हुई खराब, रिम्स ले जा रही गर्भवती महिला की हुई मौत

Last Updated :Dec 22, 2023, 2:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.