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लोक सभा में सिंधिया, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुदान की मांगों पर चर्चा का दिया जवाब

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Published : Mar 23, 2022, 1:18 PM IST

Updated : Mar 23, 2022, 6:03 PM IST

jyotiraditya scindia reply in lok sabha
ज्योतिरादित्य सिंधिया

संसद के बजट सत्र में अलग-अलग मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा के बाद संसद की मंजूरी दी जा रही है. बजट सत्र के छठे दिन लोक सभा में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) के अनुदान की मांगों पर चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने बताया कि भारत में भारत में 15% से अधिक पायलट महिलाएं हैं.

नई दिल्ली : लोक सभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुदान की मांगों पर चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने बताया कि दुनिया के अन्य सभी देशों में, कुल पायलटों की संख्या का केवल 5 फीसद महिलाएं हैं. सिंधिया ने कहा कि भारत में यह प्रतिशत अधिक है. बकौल सिंधिया भारत के कुल पायलटों में 15 फीसद से अधिक पायलट महिलाएं हैं. उन्होंने कहा कि भारत में फीमेल पायलट की संख्या महिला सशक्तिकरण का एक और उदाहरण है. उन्होंने दावा किया कि पिछले 20-25 सालों में एविएशन इंडस्ट्री में काफी बदलाव आया है.

देश के कुछ हवाई अड्डों को 'बेचने या उनका विनिवेश करने' के विपक्षी दलों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि देश में छह हवाई अड्डों को पट्टे की व्यवस्था के आधार पर निजी क्षेत्र को दिया गया है जिससे सरकार को 64 प्रतिशत अधिक राशि प्राप्त होगी और इसका उपयोग राज्यों में हवाई अड्डों के विकास पर किया जायेगा.

बुधवार को लोक सभा में 'वर्ष 2022-23 के लिए नागर विमानन मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों पर चर्चा' का जवाब देते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कुछ सदस्यों ने हवाई अड्डों को बेचने और विनिवेश किये जाने का उल्लेख किया था जो सही नहीं है.

लोक सभा में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

मंत्री ने बताया कि देश में दो नयी एयरलाइन-जेट और आकाशा शुरू होने जा रही हैं और 2025 तक देश में 42 नये ब्राउनफील्ड और 3 नए ग्रीनफिल्ड हवाई अड्डे स्थापित किये जायेंगे. सिंधिया ने कहा, 'हमारी नीति विनिवेश की नहीं है. जिन छह हवाई अड्डों की बात हो रही है, वे विनिवेश या निजीकरण के आधार पर निजी कंपनियों को नहीं दिये गये हैं. इन्हें पट्टे की व्यवस्था के आधार पर दिया गया है.'

उन्होंने कहा कि विनिवेश और पट्टे की व्यवस्था में काफी अंतर है और पट्टे की व्यवस्था में परिसम्पत्ति कुछ नियत वर्ष के लिये दी जाती है और इस पर मूल स्वामी का स्वामित्व बना रहता है. मंत्री ने कहा कि इन छह हवाई अड्डों से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को प्रति वर्ष 550 करोड़ रूपये की कमाई होती, लेकिन इन्हें पट्टे पर देने के बाद एएआई को प्रति वर्ष 904 करोड़ रूपये मिलते हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रकार से इन छह हवाई अड्डों से एएआई को अतिरिक्त 354 करोड़ रूपये या 64 प्रतिशत अतिरिक्त राशि मिलेगी.

लोक सभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुदान की मांगों पर चर्चा का जवाब दिया (वीडियो भाग-दो)

सिंधिया ने कहा, 'पट्टे पर देने से जो राशि मिलेगी, उसका उपयोग राज्यों में ही हवाई अड्डों के विकास के लिये खर्च में किया जायेगा.' उन्होंने यह भी बताया कि इन छह हवाई अड्डों पर एएआई ने 2300 करोड़ रूपया खर्च किया था, उसके एवज में भारत सरकार के खाते में 2,322 करोड़ रूपये पहले ही प्राप्त हो गए हैं.

नागर विमानन मंत्री ने कहा, 'एयरलाइन और हवाई अड्डों का सबसे महत्वपूर्ण पहलू अंतिम छोर तक सम्पर्क स्थापित करना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने पिछले सात वर्षों में इस क्षेत्र का लोकतांत्रीकरण किया है.' उन्होंने कहा कि हवाई यात्रा जो पहले कुछ चुने हुए लोगों तक सीमित थी, उसके दरवाजे अब सभी के लिये खोल दिये गए हैं.

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मंत्री के जवाब के बाद सदन ने कुछ विपक्षी सदस्यों के कटौती प्रस्तावों को खारिज करते हुए वर्ष 2022-23 के लिए नागर विमानन मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी. विनिवेश को लेकर पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि जो लोग विनिवेश का आरोप लगाकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं, उन्हें अपना रिकार्ड देखना चाहिए, जब 1991 से 1993 तक तत्कालीन केंद्र सरकार ने 3,000 करोड़ रुपये का विनिवेश का कार्यक्रम चलाया था जो भारत सरकार के नवरत्न भारत पेट्रोलियम, गेल, एचपीसीएल आदि के लिए था.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 से 2009 तक 8,500 करोड़ रुपये का विनिवेश कार्यक्रम एनटीपीसी, पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन, एचपीसीएल और बीपी जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के लिए चलाया गया, वहीं 2004 से 2014 तक 1,05,000 करोड़ रुपये का विनिवेश कार्यक्रम चलाया गया.

मंत्री ने कहा कि आने वाले गर्मियों के कार्यक्रम में 115 घरेलू और 15 नई वैश्विक उड़ानें शुरू होने जा रही हैं. उन्होंने कहा कि नयी योजना 'डिजियात्रा' के तहत आधार कार्ड और बायोमेट्रिक के आधार पर विमानतल पर यात्रियों की सुगम तरीके से जांच होगी और इससे प्रतीक्षा समय कम होगा.

गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को लोक सभा में करीब आठ घंटों तक एविएशन मिनिस्ट्री के डिमांड फॉर ग्रांट्स पर चर्चा की गई. चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के राजीव प्रताप रूडी ने कहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार में लिए गए कुछ नीतिगत निर्णयों के कारण आज देश में किफायती किराये वाली विमानन सेवा की सुविधा दिख रही है. उन्होंने कहा कि घरेलू विमानन की प्रगति हो रही है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय विमानन की प्रगति नहीं हो पा रही है, ऐसे में एक ऐसी नीति बनाई जाए कि अंतरराष्ट्रीय विमानन क्षेत्र में भारत की पैठ बढ़ सके.

इसके अलावा केरल से निर्वाचित आरएसपी सांसद एन के प्रेमचंद्रन ने कहा कि विमानन के हर क्षेत्र में तेजी से निजीकरण किया जा रहा है, इसलिए 'मैं निजीकरण की नीति का और मंत्री द्वारा प्रस्तुत अनुदान की मांगों का विरोध करता हूं.' उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में अब कोई राष्ट्रीय विमानन कंपनी नहीं रहना 'शर्म की बात' है. प्रेमचंद्रन ने यह आरोप भी लगाया कि एअर इंडिया में कथित कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया क्योंकि वह इस विमानन कंपनी को बेचने का इरादा रखती थी.

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निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने कहा कि महाराष्ट्र में 2014 के बाद बने नये हवाई अड्डों के लिए सरकार की तारीफ होनी चाहिए लेकिन राज्य में बंद हो गये अकोला जैसे विमानपत्तनों को फिर से शुरू किया जाना चाहिए. चर्चा में हिस्सा लेते हुए माकपा के ए एम आरिफ ने कहा कि चीन में हुई विमान दुर्घटना जैसी घटनाएं भारत सरकार के लिए भी सुरक्षा को लेकर चौकन्ना करने वाली हैं.

Last Updated :Mar 23, 2022, 6:03 PM IST
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