पानीपत: देश इस बार 26 जनवरी को 74वां गणतंत्रता दिवस मनाएगा. गणतंत्र दिवस को देखते हुए अकसर सुरक्षा व्यवस्था पहले के मुकाबले कड़ी कर दी जाती है. इसी सुरक्षा का रियलिटी चेक किया ईटीवी भारत की टीम ने. ईटीवी भारत की टीम ने पानीपत रेलवे स्टेशन और पानीपत बस अड्डे का रियलिटी चेक किया. सबसे पहले ईटीवी भारत की टीम पानीपत रेलवे स्टेशन पहुंची, क्योंकि पानीपत रेलवे स्टेशन अति संवेदनशील इलाके में आता है.
यहां कई बार पानीपत रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है. 2 बार तो पैसेंजर ट्रेन में टाइम बम लगाकर बड़ी साजिश को अंजाम देने की भी कोशिश की जा चुकी है. भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस में पानीपत रेलवे स्टेशन से निकलते ही बम ब्लास्ट हुआ था. लिहाजा ईटीवी भारत की टीम ने पानीपत रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा का रियलिटी चेक किया. जब हमारी टीम स्टेशन पर पहुंची तो गेट पर कोई पुलिसकर्मी दिखाई नहीं दिया.
जैसे ही हम रेलवे स्टेशन के अंदर गए तो यहां जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम हर एक शख्स की तलाशी लेते नजर आई. जीआरपी के थाना प्रभारी राजकुमार ने बताया कि मेटल डिटेक्टर की मदद से लोगों की तलाशी ली जा रही है. इसके अलावा आरपीएफ के जवानों की मदद से चार टीमें बनाई गई हैं. जो दिन के समय हर 1 घंटे बाद चेकिंग करती है. ऐसे ही रात के समय में चेकिंग की जाती है.
ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में पानीपत रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा पुख्ता मिली. इसके बाद ईटीवी भारत की टीम पहुंची पानीपत बस अड्डे पर यहां दोनों गेटों पर हमें कोई भी पुलिसकर्मी दिखाई नहीं दिया. ना ही बस स्टैंड के अंदर किसी प्रकार की कोई सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली. आपको बता दें कि बस स्टैंड पर भी अभी 3 महीने पहले रात को बम मिलने की सूचना कंट्रोल रूम को मिली थी. जिसके बाद पूरे बस स्टैंड पर भगदड़ मच गई थी.
इसके बाद भी यहां कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं मिला. आलम ये है कि यहां कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी घटना को अंजाम देकर आसानी से निकल सकता है. ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम पुख्ता मिले. वहीं पानीपत बस अड्डे और अन्य नाकों पर सुरक्षा राम भरोसे मिली. सिर्फ बस अड्डा ही नहीं, पानीपत के मुख्य चौराहों पर कोई पुलिसकर्मी तैनात नहीं मिला.