ETV Bharat / state

ग्रीवेंस मीटिंग में विधायक ने लगाए बुढ़ापा पेंशन में फर्जीवाड़े के आरोप, मंत्री ने दिए जांच के आदेश

author img

By

Published : Jun 18, 2021, 5:33 PM IST

पलवल में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक के दौरान विधायक दीपक मंगला ने बुढ़ापा पेंशन में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है.

fraud old age pension palwal
ग्रीवेंस मीटिंग में उठा बुढ़ापा पेंशन में फर्जीवाड़े का मुद्दा, मंत्री ने दिए जांच के आदेश

पलवल: शुक्रवार को पलवल के लघु सचिवालय में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता हरियाणा के सहकारिता राज्यमंत्री बनवारी लाल ने की. इस दौरान मंत्री बनवारी लाल ने ग्रीवेंस कमेटी के पटल पर रखी गई 13 शिकायतों में से 6 शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया, जबकि बाकी बची 7 शिकायतें शिकायतकर्ता न होने और दूसरे कारणों की वजह से पेंडिंग में रखी गई.

वहीं ग्रीवेंस मीटिंग में बुढ़ापा पेंशन में गड़बड़ी का मुद्दा काफी जोर-शोर से उठाया गया. पलवल के विधायक दीपक मंगला और ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य जयसिंह चौहान ने समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों पर पात्र लोगों की बजाए 60 वर्ष से कम उम्र के लोगों से पैसे लेकर पेंशन बनाने का आरोप लगाया. जिसके बाद मंत्री जी ने कमेटी बनाकर इस मामले की जांच करने के आदेश दिए.

ये भी पढ़िए: हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन में बड़ा फर्जीवाड़ा, बच्चों के फर्जी स्कूल प्रमाण पत्र देकर 57 लोगों ने खाए लाखों रुपये

बनवारी लाल ने बैठक के दौरान गांव बड़ौली निवासी अनीता देवी की पेंशन न देने संबंधी शिकायत की सुनवाई के बाद इस मामले की जांच अतिरिक्त उपायुक्त पलवल को सौंपी. उन्होंने निर्देश दिए कि इस मामले में देरी करने संबंधी कारण, जिम्मेदार कर्मचारियों और अधिकारियों की जांच की रिपोर्ट उन्हें सौंपी जाए. साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी उन्होंने आश्वासन दिया.

ये भी पढ़िए: खोरी गांव पर बोले सीएम मनोहर लाल, सुप्रीम कोर्ट का आदेश है, गांव खाली कराना होगा

इसी तरह गांव बांसवा निवासी दुलीचंद की शिकायत थी कि वो आयुष्मान कार्ड धारक हैं और उन्होंने एक निजी अस्पताल में अपनी पत्नी का पेट संबंधी बीमारी का इलाज करवाया, जिस पर अस्पताल ने उनसे 20 हजार रुपये वसूल किए. इस शिकायत पर सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप ने जानकारी दी कि उन्होंने जांच में पाया कि संबंधित निजी अस्पताल की ओर से आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों के लिए खोले गए पैकेज लिस्ट को चैक नहीं किया गया था.

सिविल सर्जन ने बताया कि उन्होंने निजी अस्पताल को 20 हजार रुपये की राशि लौटाने के निर्देश दिए हैं और अस्पताल ने भी शिकायतकर्ता की राशि लौटाने पर सहमति जताई है. जल्द ही ये राशि शिकायतकर्ता को दे दी जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.