ETV Bharat / state

महेंद्रगढ़: अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान, जमीन अधिग्रहण को लेकर हैं नाराज

author img

By

Published : Jul 15, 2019, 10:42 PM IST

Updated : Jul 15, 2019, 10:47 PM IST

नारनौल में किसानों की भूमि अधिग्रहण का मामला सामने आया हैं. किसान सरकार से अपनी बात को लगातार बोल रहे हैं लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रैंग रहा हैं. जिसके बाद किसानों ने अपनी मांग को मनवाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना दे दिया है.

start-movement-from-today-to-farmers-regarding-their-proper-demand-from-government-1

महेंद्रगढ़: नारनौल में किसानों की अनदेखी से नाराज़ किसानो ने आज से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान महेंद्र यादव ने की.

धरने पर बैठे किसान

क्यों है नाराज़?

प्रधान ने बताया कि जिले में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-11, एनएच-148 बी व एनएच-152 डी बाईपासों के लिए सरकार, किसानों की भूमि की अंधाधुंध अधिग्रहण कर रही है. भूमि के बदले जो मुआवजा दिया जा रहा हैं वह भी बहुत कम है.

सांसद से लेकर मुख्यमंत्री तक लगा चुके गुहार

किसानों का कहना था कि वे कई बार उपायुक्त, हलका विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखित व मौखिक रूप अपनी इस समस्या को बता चुके है, लेकिन सरकार द्वारा किसानों की लगातार अनदेखी के कारण उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है.

क्या कहा किसानों ने ?

किसानों ने कहा कि हम विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन विकास के नाम पर किसान को बर्बाद किया जा रहा है. सरकार किसानों की भूमि को सस्तें भावों में लेकर उसे मरने के लिए विवश कर रही है.

क्या है मांग ?

उन्होंने सरकार से मांग कि इन किसानों को गुरूग्राम की तर्ज पर ही मुआवजा दिया जाए, क्योंकि जिला महेंद्रगढ़ क्षेत्र भी एनसीआर में ही आता हैं. गौरतरब हैं कि जहां एक तरफ किसानों की आय दोगुनी करने की बात होती हैं, तो वहीं इन्हीं किसानों को अपनी ही भूमि को पानी के भावों में सरकार को बेचना पड़ रहा है. किसानों की मांग हैं कि सरकार उनको उचित मुआवज़ा दे.

Intro:नारनौल। अखिल भारतीय किसान सभा का अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को लघु सचिवालय प्रांगण में दिया गया। इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान महेंद्र यादव ने की। संचालन जिला प्रधान महेंद्र कुमार यादव ने किया। इस अवसर पर जिला प्रधान ने बताया कि जिले में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-11, एनएच-148 बी व एनएच-152 डी बाईपासों के लिए किसानों की भूमि अंधाधुंध अधिग्रहण की जा रही है। उसका मुआवजा भी बहुत कम दिया जा रहा है व मुआवजा भी असमान है।


Body:कई बार किसानों ने उपायुक्त, हलका विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखित व मौखिक रूप अपनी पीड़ा से अवगत करवा दिया है। परंतु किसानों को लगातार अनदेखी की जा रही है। जिससे किसानों में सरकार प्रति रोष व्याप्त है। वहीं जिला प्रधान ने बताया कि किसान विकास के विरूद्ध नही है। परंतु किसान को विकास के नाम पर बर्बाद किया जा रहा है। इसे सहन नही किया जाएगा। एक तरफ सरकार किसानों की आय दुगना करके उसकी हालत ठीक करने का दावा कर रही है। दूसरी तरफ किसानों की भूमि कौड़ियों के भाव लेकर उसे मरने के लिए विवश किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग कि जिला के प्रभावित किसानों को गुरूग्राम की तर्ज पर मुआवजा दिया जाए। क्योंकि जिला महेंद्रगढ़ क्षेत्र भी एनसीआर में आता है। जिला प्रधान ने बताया कि जिले में कलेक्टर रेट कम होने के कारण प्रभावित किसानों को बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है। सरकार किसानों की जमीन को सस्ते दामों पर हड़प रही है। जिससे किसानों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। 


Conclusion:उन्होंने मांग कि सरकार कलेक्टर रेट बढ़ाकर किसानों को उचित मुआवजा दे। अन्यथा किसान इसे सहन नहीं करेगा। इस मौके पर अनेकों गांव के किसान जयपाल, दयाराम, रामसिंह, हनुमान, अनिल, महाबीर, दुलीचंद्र, कृष्ण कुमार, प्रेमजीत, बस्तीराम, प्रवीण कुमार, सुनिल कुमार, भूपसिंह, पूर्णचंद, राजकुमार, लालचंद, समशेर, शेरसिंह, दलीप, सुरेश, जयसिंह, सुबेसिंह, सज्जन सिंह, रमेश, वीरसिंह, बाबूलाल, महेंद्र, श्यामलाल, जवाहर लाल, जगमाल, राजेंद्र, वेदप्रकाश, रामपाल, शीशराम, निरंजनलाल, हेमंत कुमार व इंद्राज सिंह आदि मौजूद थे।

बाईट: जिला प्रधान, महेंद्र कुमार यादव।
Last Updated : Jul 15, 2019, 10:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.