ETV Bharat / state

स्मॉग की घनी चादर में लिपटा फतेहाबाद, एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार

author img

By

Published : Nov 12, 2019, 7:34 PM IST

high level of pollution in fatehabad

फतेहाबाद में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. पूरा शहर स्मॉग की चपेट में आ गया. बढ़ते प्रदूषण के कारण फतेहाबाद में विजिबिलिटी बहुत कम हो गई है.

फतेहाबाद: फतेहाबाद में प्रदूषण की चादर दिनों दिन घनी होती जा रही है. प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. मंगलवार सुबह शहर में धुआं ही धुंआ नजर आया. सरकार की सख्ती के बावजूद किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे है. प्रदूषण के चलते लोगों को आंखों में जलन और दमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है.

एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार

मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 पर पहुंच गया, जोकि स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है. मौसम में नमी होने के कारण हालात बद से बदतर होते जा रहे है. पराली के धुंए में धुंध मिलने से स्मॉग बन गया है और शहर में विजिबिलिटी भी कम हो गई. वाहन चालकों को दिन में ही लाइट जलाना पड़ा रहा है.

प्रदूषण की घनी चादर में लिपटा फतेहाबाद, देखें वीडियो

ये भी जाने- सोशल मीडिया पर बनाई महिला की फेक आईडी, दो युवतियों पर मामला दर्ज

इतना खतरनाक होता है स्मॉग

स्मॉग में सूक्ष्म पर्टिकुलेट कणों के अलावा नाइट्रोजन, कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर डाई ऑक्साइड जैसी जहरीली गैसें होती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ये सभी तत्व इंसानों की सेहत के लिए खतरनाक हैं. गाड़ियों के धुएं से हवा में मिलने वाले स्मॉग के सूक्ष्म कण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा करते हैं. इन कणों की मोटाई लगभग 2.5 माइक्रोमीटर होती है. स्मॉग में होने वाले तत्व और गैसे इंसानों के साथ पशु-पक्षियों के श्वसन तंत्र को भी गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं.

पहले भी किसानों ने दी थी आत्मदाह की धमकी

आपको बता दें कि बीते कुछ दिन पहले फतेहाबाद में किसानों ने सामुहिक रुप से आत्मदाह की धमकी दी थी. किसानों ने कहा कि प्रदूषण का सारा जिम्मा सरकार किसानों पर डाल रही है. जबकि फसल कि मंदी के चलते किसान पहले से परेशान हैं. किसानों ने कहा कि अगर प्रशासन ने उन पर ज्यादा दबाव बनाया तो किसान सामूहिक आत्मदाह का कदम भी उठा सकते हैं.

Intro:फतेहाबाद में किसानों द्वारा पराली जलाने से खतरनाक स्तर पर पहुचां प्रदूषण,मंगलवार सुबह शहर में धुआं ही धुंआ नजर आया,सरकार की सख्ती के बावजूद पराली जलाने से बाज नही आ रहे किसान,मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 पर पहुंचा,शहर में फैले स्मॉग के कारण लोगों को आंखों में जलन और वही दमा के मरीजों को सांस लेने में आ रही है दिक्कतBody:फतेहाबाद में किसानों द्वारा पराली जलाने के कारण पर्यावरण प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार सुबह शहर में धुआं ही धुंआ नजर आया, फतेहाबाद में प्रदूषण का स्तर खतरनाक मानक पर चला गया है। मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 पर पहुंच गया, जोकि काफी खतरनाक बताया जा रहा है। शहर में फैले स्मॉग के कारण लोगों को आंखों में जलन की परेशानी बढ़ गई है। वहीं दमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है। वहीं प्रशासन की ओर से अभी तक 400 से अधिक किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर लिए गए हैं। मौसम में नमी होने के कारण हालात और खराब होते जा रहे हैं। पराली के धुंए में मंगलवार को धुंध मिलने से स्मॉग बन गया। इससे कुछ दूरी बाद ही दिखना बंद हो गया। चालकों को लाइटें जला कर वाहन चलाने पड़े। दिन भर सूरज नहीं निकला। सर्दी का मौसम शुरु होने पर साल की पहली धुंध होने से सर्दी भी बढ़ गई है,स्थानीय निवासी पंकज ने बताया कि शहर में स्मॉग के कारण बुरा हाल है,सरकार की और पराली जलाने वाले मामले को लेकर रोज नए नियम लागू किए जाते है,लेकिन किसान लगातार पराली जला रहे है, लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे मेंं सरकार इस मामले में मूकदर्शक बनी हुई है,पंकज ने कहा कि सरकार को इस पर गंभीरता दिखानी चाहिए,

बाईट : पंकज, स्थानीय निवासी,फतेहाबाद Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.