चंडीगढ़: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा-पंजाब के घरौंडा, घग्गर और लाडोवाल टोल प्लाजा पर टोल की दरों में वृद्धि को तुरंत वापस लेने की मांग की है. सुरजेवाला ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव मे मंदी के बावजूद पेट्रोल-डीजल पर लगातार भारी टैक्स वसूल कर जनता को लूटा जा रहा है, दूसरी तरफ हर कदम पर लगे टोल प्लाजा सरकारी लूट का केंद्र बने हुए हैं.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ऐसे कठिन समय मे जब हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ में डूबा हुआ है, तब खाद्य पदार्थों की महंगाई और पेट्रोल-डीजल की लूट के साथ-साथ अब टोल दरों में भारी वृद्धि इस सरकार की संवेदनहीनता, निष्ठुरता और जनविरोधी दृष्टिकोण को सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है. मोदी-खट्टर सरकार में राष्ट्रीय राजमार्गों पर जगह-जगह बनाए गए टोल प्लाजा आम जनता से सरकारी वसूली के केंद्र बने हुए हैं. भाजपा सरकार एक रणनीति के तहत प्रदेश के सभी मार्गों को टोल मार्गों में बदलती जा रही है. प्रदेश के जितने भी बड़े सड़क मार्ग हैं, उन सभी को चौड़ा करने के बहाने टोल रोड में बदल दिया गया है. सुरजेवाला ने कहा कि देश मे सर्वाधिक महंगे टोल हरियाणा में हैं.
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कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि दिल्ली से किसी भी दिशा में हरियाणा में प्रवेश कीजिए हर तरफ से आपको सैंकड़ों रुपये के टोल देने पड़ेंगे. यही हाल चंडीगढ़ से हरियाणा में प्रवेश करने पर भी मिलेगा. दिल्ली और रोहतक के बीच में पहले रोहद टोल प्लाजा पर व्यक्तिगत छोटे वाहनों को चंद किलोमीटर सफर की एवज में एक तरफ 130 रु का भारी टैक्स देना पड़ता है, उसके बाद आप रोहतक से झज्जर, भिवानी, हिसार, गोहाना, जींद सहित किसी भी तरफ चलिए सैकड़ों रुपये का टोल टैक्स देना पड़ेगा. यही हाल जीटी रोड का है. हर 35-40 किमी पर सौ रुपये से ज्यादा का टोल टैक्स आपका इंतजार कर रहा होता है.
सुरजेवाला ने कहा कि गडकरी साहब ने अपने हाइवे ऑथोरिटी वालों को राष्ट्रीय राजमार्गों पर हर 35 किलोमीटर पर बैठा दिया है, लोगों की जेबों को खाली करने के लिए. हम तो कहते हैं कि पेट्रोल-डीजल महंगे हैं लेकिन, इनके अधिकतर टोल प्लाजा तो पेट्रोल-डीजल से भी महंगे हैं. एक डीजल या सीएनजी की गाड़ी सफर के दौरान जितने का ईंधन खाती है, उसका डेढ़ गुणा तो ये लोग टोल लूट लेते हैं.
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अंबाला के घग्गर टोल प्लाजा से हर रोज औसतन डेढ़ लाख वाहन गुजरते हैं. इनमें लगातार वृद्धि हो रही है, इसके बावजूद यहां वाहनों की अलग-अलग श्रेणियों के लिए 10 रुपये से लेकर 50 रूपये की टोल वृद्धि कर दी गई है. घरौंडा टोल प्लाजा पर तो वाहनों का इतना आवागमन है कि 24 घंटे हर लेन पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती हैं, इसलिए घाटा होने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता, इसके बावजूद सरकार ने यहां छोटे वाहनों पर 10 रुपये तथा बड़े वाहनों पर 50-80 रुपये तक कि वृद्धि कर दी है.
हरियाणा के पूर्व मंत्री सुरजेवाला ने कहा कि नए वाहन को खरीदने पर लोगों से सरकार द्वारा भारी भरकम रोड टैक्स और अन्य टैक्स वसूले जाते हैं. केंद्र की मोदी सरकार ने 2014 से पेट्रोल पर 23.87 रुपए प्रति लीटर व डीजल पर 28.37 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ाया. प्रदेश की खट्टर सरकार ने पिछले सात सालों में बार-बार प्रदेश के लोगों पर पेट्रोल व डीजल के टैक्सों का भार बढ़ाकर सड़क के सफर को बहुत महंगा कर दिया है. इस सबके बावजूद टोल दरों में बार-बार की जा रही वृद्धि जनता के लिए असहनीय है.
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