चंडीगढ़: हरियाणा में आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक सियासत गरमाई हुई है. प्रदेश में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की गारंटी वाली घोषणाओं ने प्रदेश की सियासत को नया मुद्दा दे दिया है. जहां कांग्रेस आमजन को इन लोक लुभावनी घोषणाओं के दम पर अपनी ओर आकर्षित करने में जुटी है. वहीं बीजेपी और जेजेपी इसे चुनावी शिगूफा बताते हुए कांग्रेस पर लोगों को बरगलाने का आरोप लगाया है.
सत्ताधारी बीजेपी और जेजेपी गठबंधन प्रदेश और केंद्र सरकार के काम को लेकर जनता के बीच में जा रहे हैं तो वहीं कांग्रेस के नेता हर रोज नई-नई घोषणाओं की गारंटी देकर सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं. हरियाणा में अगले साल पहले लोकसभा चुनाव 2024 होने हैं. वहीं इसके बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में हरियाणा में सभी राजनीतिक दल अभी से अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा ने सोशल मीडिया पर हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर उसके द्वारा दी जाने वाली मुफ्त घोषणाओं की झड़ी लगा दी है. कांग्रेस आमजन को इन घोषणाओं के पूरा करने की गारंटी देने का विश्वास दिलाने में जुटी है. जिसमें ओपीएस को बहाल करने के साथ ही गरीब परिवारों को सौ-सौ गज के प्लॉट देने की बात कही गई है.
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पहले भी अपने वायदों को पूरा करती रही है और 2024 में अगर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनती है तो वे इन चुनावी गारंटी को पूरी करेंगे. वहीं हरियाणा भाजपा के नेता प्रवीण अत्रे ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस के नेता चुनावी गारंटी दे रहे हैं, जो कि कांग्रेस की केवल लोगों को बरगलाने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि ओपीएस बहाली की बात करने वाली कांग्रेस हिमाचल में ओपीएस बहाल नहीं कर सकी है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता भूपेंद्र हुड्डा हरियाणा के लोगों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं जजपा के नेता दीपकमल का कहना है कि जो गारंटी आजकल दीपेंद्र हुड्डा पूरे हरियाणा में दे रहे हैं. वह इससे पहले भी इस तरह की गारंटी हरियाणा में दे चुके हैं. हालांकि हरियाणा की जनता ने इन गारंटी के बावजूद उन्हें नकार दिया था और अब एक बार फिर 2024 के चुनावों को लेकर कांग्रेस के नेता लोगों को गुमराह कर रहे हैं.