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COVID Variants Drug : प्रोस्टेट कैंसर की दवा कोविड-19, वेरिएंट से लड़ने में कर सकती है मदद

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Published : Aug 20, 2023, 12:30 AM IST

कोविडरोधी दवा बनाने के लिए वैज्ञानिक लगातार काम कर रहे हैं. इस कड़ी में शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि प्रोस्टेट कैंसर की दवा कोविड-19 वेरिएंट से लड़ने में काफी हद तक कारगर है.

COVID Variants Drug
कोविडरोधी दवा

न्यूयॉर्क: शोधकर्ताओं ने पाया है कि प्रोस्टेट कैंसर से लड़ने वाली एक दवा कोविड और इसके वेरिएंट के खिलाफ भी मदद कर सकती है. कोविड महामारी की शुरुआत में पुरुषों को गंभीर बीमारी और मृत्यु की उच्च दर का सामना करना पड़ा. इसके बाद शोधकर्ताओं को एण्ड्रोजन रिसेप्टर्स, जो टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन से जुड़ा है और सार्स सीओवी-2 वायरल संक्रमण के बीच संबंध पर संदेह हुआ.

इस अध्ययन के दौरान मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं को प्रोक्सालुटामाइड नामक प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer called Proxalutamide) के इलाज के लिए एक दवा पर गौर करने के लिए प्रेरित किया, जो टीएमपीआरएसएस 2 (ट्रांसमेम्ब्रेन प्रोटीज, सेरीन 2) नामक एंजाइम को रोककर काम करता है, जो एण्ड्रोजन रिसेप्टर्स द्वारा नियंत्रित होता है. शोध के आधार पर वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि इससे कोविड इलाज में मदद मिल सकती है.

मिशिगन सेंटर फॉर ट्रांसलेशनल पैथोलॉजी के निदेशक और पैथोलॉजी के प्रोफेसर अरुल चिन्नैयन ने कहा, 'हम पहले से ही 50 प्रतिशत से अधिक प्रोस्टेट कैंसर के प्रमुख जीन ड्राइवर के हिस्से के रूप में टीएमपीआरएसएस2 का अध्ययन कर रहे थे, इसलिए इसे देखना उचित होगा क्योंकि टीएमपीआरएसएस2 (TMPRSS2) फेफड़ों में कोशिकाओं में प्रवेश करने के लिए सार्स -सीओवी-2 के लिए एक महत्वपूर्ण मेजबान कारक है.'

पीएनएएस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में, टीम ने वायरल प्रवेश को बाधित करने की क्षमता की निगरानी के लिए सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित कोशिकाओं में प्रोक्सलुटामाइड जोड़ा. यौगिक एण्ड्रोजन रिसेप्टर्स से जुड़कर, टीएमपीआरएसएस2 और एसीई2 के स्तर को रोककर और संक्रमण को रोककर काम करता है.

एण्ड्रोजन रिसेप्टर को तोड़ने की क्षमता के कारण प्रोक्सलुटामाइड ने सार्स -सीओवी-2 के कई प्रकारों के खिलाफ अन्य प्रोस्टेट कैंसर दवाओं की तुलना में बेहतर काम किया. इसके अलावा, जब प्रोक्सलुटामाइड को यूएस एफडीए-अनुमोदित कोविड दवा रेमेडिसविर के साथ मिलाया गया, तो संक्रमण को 100 प्रतिशत तक रोक दिया गया.

विश्वविद्यालय में आंतरिक चिकित्सा के सहायक प्रोफेसर जोनाथन सेक्सटन ने कहा, 'यह खोज मौजूदा दवाओं के परीक्षण की उपयोगिता को रेखांकित करती है, जिनका मनुष्यों में तेजी से मूल्यांकन किया जा सकता है.' एक माउस मॉडल का उपयोग कर उन्होंने दिखाया कि दवा चूहों के फेफड़ों में सूजन और कोशिका मृत्यु को कम करती है और मृत्यु दर को कम करती है.

चिन्नैयन ने कहा, 'विचार यह है कि प्रोक्सालुटामाइड रेमेडिसविर के साथ एक संयुक्त थेरेपी के रूप में काम कर सकता है, वायरस को कई तरह से मार सकता है, जैसे एचआईवी संक्रमण के लिए संयोजन थेरेपी बहुत अच्छी तरह से काम करती है.' यह दवा वर्तमान में प्रोस्टेट कैंसर के लिए चरण 3 क्लिनिकल परीक्षण और कोविड के लिए प्रारंभिक क्लिनिकल परीक्षण में है.
(आईएएनएस)

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