नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली में एक 14 वर्षीय नाबालिग का अपहरण कर उससे वेश्यावृति कराने की बात सामने आई है. इस मामले में नाबालिग का मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने आईपीसी और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर दो नाबालिग सहित पांच आरोपियों को पकड़ा है. वहीं मामले में दो महिलाओं की तलाश की जा रही है, जिसमें से एक पकड़े गए आरोपियों की मां है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाबालिग अपने नाना-नानी के साथ रहती थी. उसकी दोस्ती सोनू नाम के एक युवक से थी, जिसने एक दिन नाबालिग लड़की को शादी करने के बहाने बुलाया और अपने दो नाबालिग दोस्तों की मदद से उसे अपने घर ले गया. इसके बाद सोनू और उसकी मां ने नाबालिग की जमकर पिटाई की और उसके बाल भी काट दिए. इतना ही नहीं, उन्होंने नाबालिग को अपने घर में बंधक भी बना लिया. सोनू और उसकी मां पर आरोप है कि उन्होंने पीड़िता से वेश्यावृति कराई.
सूत्रों ने बताया कि दोनों नाबालिग आरोपी और एक अन्य महिला सोनू के घर ग्राहक लेकर आते थे. वहीं पकड़े गए दोनों आरोपी बाबू मियां और आनंद कुमार ने पीड़िता के साथ कई बार दुष्कर्म किया था. इसके अलावा नाबालिग के साथ कई अन्य लोगों ने भी दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि, मामला नाबालिग से जुड़ा होने के चलते मामले में जांच के लिए स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर अतुल त्यागी की टीम को लगाया गया था. पुलिस टीम ने नाबालिग की सहेली की मदद लेकर उसे एक पार्क में मिलने के लिए बुलाया, जहां से पीड़िता को पुलिस टीम ने आरोपियों के कब्जे से मुक्त कराया. पुलिस ने पीड़िता के बयान पर कई धाराओं में केस दर्ज कर आरोपी सोनू, बाबू मियां और आनंद कुमार को गिरफ्तार किया है. वहीं सोनू से पूछताछ के बाद दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है.
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में दो महिलाएं फरार बताई जा रही हैं. इनमें से एक महिला पकड़े गए आरोपी सोनू की मां है. पुलिस दोनों आरोपी महिलाओं की तलाश में छापेमारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, सोनू और दोनों महिलाओं ने ही नाबालिग पीड़िता के साथ मारपीट कर उसके बाल काटे थे और उसका वीडियो भी बनाया था. मामले में आरोपी, पीड़िता से फरवरी माह से ही वेश्यावृति करा रहे थे. वहीं मामले में यह भी सामने आया है कि, पुलिस को शिकायत देने के बाद भी पीड़िता के नाना नानी ने उसकी तलाश बंद नहीं की थी. इस दौरान पीड़िता के नाना को पता चला कि वह सोनू के घर में मौजूद है, जिसके बाद दोनों सोनू के घर पहुंचे. यहां सोनू और उसकी मां ने घर में नाबालिग के न होने की बात कही. लेकिन दोनों बुजुर्ग उससे मिलने की बात को लेकर अड़ गए और अधिकारियों के सामने नाबालिग से मिलाने की गुहार लगाई. पीड़िता के परिजनों की गुहार के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बच्ची को मुक्त करा लिया.
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