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श्रद्धालु इस मंदिर में नहीं बांध पाएंगे मन्नत का धागा

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Published : Oct 7, 2021, 3:32 PM IST

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए मंदिर जाने लगे हैं. कोरोना को देखते हुए मंदिरों और लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से श्रद्धालु मंदिर में न तो फूल और प्रसाद चढ़ा पा रहे हैं और न ही मन्नत के लिए धागा बांध पा रहे हैं.

Shri Aadya Katyayani Shaktipeeth temple
Shri Aadya Katyayani Shaktipeeth temple

नई दिल्ली : शारदीय नवरात्रों की आज से शुरुआत हो गई है. वहीं दिल्ली के छतरपुर स्थित श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर में श्रद्धालुओं को कोविड-19 का नियमों का पालन करते हुए प्रवेश मिल रहा है. श्रद्धालु मां को फूल और प्रसाद नहीं चढ़ा पाएंगे. इस विषय पर ईटीवी भारत ने छतरपुर स्थित श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर के मुख्य पुजारी से बात की.

श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर के मुख्य पुजारी हरिमोहन झा ने बताया कि भक्तों को कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए मां का दर्शन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि नवरात्रि, पूर्णिमा और अमावस्या के दिन जो भी भक्त मां का दर्शन करने आता है, मां उन भक्तों की सभी मुरादें पूरी करती हैं.

मन्नत का धागा नहीं बांध पाएंगे श्रद्धालु.

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वहीं, मंदिर प्रांगण में एक मन्नतों का वृक्ष भी है. इस वृक्ष को लेकर मुख्य पुजारी हरिमोहन झा ने कहा कि वृक्ष को संत बाबा नागपाल ने मंत्र उच्चारित कर लगाया था. उन्होंने कहा कि जो भी भक्त इन दिनों में वृक्ष पर मन्नत का धागा बांधते हैं. मां उनकी सभी मुरादों को पूरा करती हैं, लेकिन कोविड-19 के चलते जो भी भक्त मां का दर्शन करने आ रहे हैं. मन्नतों के वृक्ष पर मन्नतों का धागा नहीं बंध पाएंगे. मुख्य पुजारी ने कहा कि सुरक्षा इस समय प्राथमिकता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो भी भक्त मां का दर्शन करने आ रहे हैं. वह इस वृक्ष के नीचे भी खड़े होकर मन्नत मांग सकते हैं.

इसके अलावा मुख्य पुजारी हरिओम मोहन झा ने बताया कि मंदिर में पूरे 9 दिन विधिवत तरीके से यज्ञ और दुर्गा सप्तशती का पाठ सभी की सुख शांति के लिए होता रहेगा.

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