तेल अवीव : प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की धुर दक्षिणपंथी सरकार ने न्यायपालिका में आमूल-चूल परिवर्तन करने की अपनी योजना को आगे बढ़ाया है. ऐसे में हजारों प्रदर्शनकारियों ने तेल अवीव और अन्य इजरायली शहरों की सड़कों पर रैली की. रैली में शामिल लोगों ने आने वाले दिनों में भी विरोध प्रदर्शन जारी रखने का आह्वान किया है. अल जजीरा के मुताबिक, इजराइल में नेतन्याहू की योजना के खिलाफ लगातार 28 सप्ताह से विरोध प्रदर्शन जारी हैं.
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Tel Aviv now! Pro-democracy protest in Israel. pic.twitter.com/DPmPvYxTqA
— Ashok Swain (@ashoswai) July 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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ये प्रदर्शन इजरायल की सरकार के द्वारा एक प्रमुख विधेयक को मंजूरी देने के बाद शुरू हुये थे. इस विधेयक के माद्यम से सरकार को न्यायपालिका के फैसलों को रद्द करने का अधिकार मिल जायेगा. इसके साथ ही न्यायाधीशों की नियुक्ति में भी सरकार की बड़ी भूमिका होगी. विधेयक को कानून बनने से पहले अभी भी दो और वोटों से मंजूरी की जरूरत है, जो महीने के अंत तक होने की उम्मीद है.
तेल अवीव में, प्रदर्शनकारियों ने 'एसओएस' लिखा एक बड़ा बैनर लगाया. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन के दौरान आसमान में पेंट के लिए इस्तेमाल होने वाले गुलाबी और नारंगी रंग के पाउडर उडाये. महिलाएं टीवी श्रृंखला द हैंडमिड्स टेल के पात्रों की तहर लाल वस्त्र पहन कर प्रदर्शन में शामिल हुई. प्रदर्शनकारी महिलाओं में से कुछ ने मीडिया को बात करते हुए बताया कि यदि कानून ढांचे को बदल देने वाला यह विधेयक पारित हो गया तो महिलाओं से उनके अधिकार छीन लिए जा सकते हैं.
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The 28th week of Zionist settlers' protests against Netanyahu's judicial reforms in occupied territories pic.twitter.com/S2zmREyNf8
— Middle East News (@Draganov313) July 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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54 वर्षीय प्रदर्शनकारी निली एलेज़रा ने मीडिया से कहा कि यह देश के लिए एक लड़ाई है, हम इजराइल को लोकतांत्रिक बनाए रखना चाहते हैं. तानाशाही कानून यहां पारित नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि कानूनों को पारित करने से इजरायल की वित्तीय और वैश्विक स्थिति को नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि यह कानून पारित हो गया तो हालात खराब होंगे. पहले ही देश से निवेशक भाग रहे हैं. दुनिया हमसे बात नहीं करना चाहती, यहां जो हो रहा है उससे कोई खुश नहीं है.
तेल अवीव में शनिवार के प्रदर्शनकारियों में देश भर के अन्य लोग भी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने यरूशलेम में नेतन्याहू के घर के बाहर जलती हुई मशालें लहराईं और तटीय शहरों हर्जलिया और नेतन्या में प्रदर्शन किया. विरोध आयोजकों ने यह भी कहा कि अगर इजरायली नेता योजना के साथ आगे बढ़ना जारी रखते हैं तो वे मंगलवार को 'व्यवधान दिवस' का आयोजन करेंगे.
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यह विरोध तब हुआ जब नेतन्याहू डीहाईड्रेशन के कारण शनिवार को भर्ती होने के बाद अस्पताल में भर्ती थे. 73 वर्षीय नेतन्याहू को चक्कर आने के बाद अस्पताल में भर्ती किया है. बाद में उन्होंने तेल अवीव अस्पताल से एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्हें अच्छा महसूस हो रहा है. उनके कार्यालय के अनुसार, नेतन्याहू के अस्पताल में भर्ती होने के कारण साप्ताहिक कैबिनेट बैठक को सोमवार के लिए टाल दिया गया. इससे पहले, न्यायिक सुधार को आगे बढ़ाने का उनकी सरकार का निर्णय को अंतरराष्ट्रीय आलोचना के बीच निलंबित कर दिया गया था.