नई दिल्ली/नूंह: प्रदेश में अगर कोरोना का कोई मरीज पाया जाता है तो घटना स्थल पर ही उसका सैंपल लिया जा सकेगा. इतना ही नहीं उसकी रिपोर्ट भी चंद मिनटों में आपके सामने होगी. ये सब कुछ एंबुलेंस को अस्पताल का रूप देने से संभव हुआ है.
ऐसा नया प्रयोग करने वाला नूंह हरियाणा का पहला जिला है. इस बारे में मीडिया से बात करते हुए डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि...
एंबुलेंस ने सोमवार से फील्ड में सैंपल लेने की शुरुआत भी कर दी है. रमजान के पवित्र महीने में रोजेदारों को कोरोना सैंपल देने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो. साथ ही उसका ज्यादा समय बर्बाद ना हो. इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक एंबुलेंस को अस्पताल का रूप दिया है. इस एंबुलेंस में सवार होकर कोरोना टेस्ट लेने के लिए डॉक्टरों की टीम गांव-गांव जाएगी, जो वहीं पर संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने का काम करेगी.
सीएमओ यादव ने कहा कि इस एंबुलेंस में सवार डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन को पीपीई किट की जरूरत महसूस नहीं होगी. एंबुलेंस से दस्तानों में हाथ बाहर निकालकर नीचे खड़े मरीज का सैंपल लिया जा सकेगा. मरीज को सैंपल लेने वाले स्टाफ को इस एंबुलेंस में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी. सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा के कुछ गांव की दूरी 60- 65 किलोमीटर तक हैं. इसलिए वहां से सैंपल लेने के लिए मरीजों को लाने तथा डेड बॉडी आदि लाने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.