ETV Bharat / city

इंदौर की तर्ज पर ब्रज विहार नाले का किया जाएगा जीर्णोद्धार, तैयार की जा रही है डीपीआर

author img

By

Published : Sep 16, 2021, 1:46 PM IST

ghaziabad Municipal corporation news
ghaziabad Municipal corporation

गाजियाबाद के ब्रिज बिहार नाले की सफाई के लिए गाजियाबाद नगर निगम इंदौर की तर्ज पर काम करने के लिए योजना बना रहा है. इस संबंध में निगम के अधिकारियों ने एक्सपर्ट रितेश कुमार के साथ बैठक कर नाले का निरीक्षण किया.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद में जल भराव की समस्या के समाधान के लिए इंदौर की तर्ज पर नालों के जीर्णोद्धार की तैयारियां चल रही है. एक्सपर्ट रितेश कुमार सीवर के गंदे पानी के डायवर्जन के बाद एसटीपी तक डायरेक्ट कनेक्टिविटी से बरसाती पानी को उपयोगी बनाने पर काम कर रहे हैं. इस तकनीक से नालों के गंदे पानी की सफाई रहेगी और सीवर की डायरेक्ट कनेक्टिविटी एसटीपी तक रहेगी.

गाजियाबाद नगर निगम बृज विहार नाले की सफाई और आसपास के क्षेत्र में होने वाले जलभराव की समस्या के समाधान के लिए प्रयास कर रही है. जिस क्रम में क्षेत्रीय पार्षद पूनम त्यागी और जल विभाग के जीएम योगेश श्रीवास्तव द्वारा नगर आयुक्त की अध्यक्षता में इंदौर की तर्ज पर कार्य करने के लिए रितेश कुमार के साथ बैठक की है. बैठक में नाले की सफाई को लेकर चर्चा की गई.

ये भी पढ़ें- नर्सिंग होम में भरा नाले का गंदा पानी, नहीं पहुंच सकता कोई वाहन

पार्षद पूनम त्यागी ने कहा कि गाजियाबाद नगर निगम नाले की सफाई के साथ-साथ जलभराव के समाधान पर कार्य कर रहा है. ब्रिज बिहार का नाला शहर का सबसे बड़ा नाला है. कई नालों से कनेक्ट है. जिस वजह से इसकी सफाई के लिए बेहतर योजना बनाई जा रही है. इस पर महापौर के साथ नगर आयुक्त भी कार्य कर रहे है. इंदौर से आए रितेश कुमार के साथ मौके पर पहुंच कर नाले का निरीक्षण किया गया.

ये भी पढ़ें- बारिश के बाद गौशाला अंडरपास में जलभराव, निगम के दावों की खुली पोल

एक्सपर्ट रितेश कुमार ने बताया कि इंदौर में नालों को केवल बरसाती पानी के लिए ही उपयोग में लिया जाता है. बाकी समय नाला सूखा रहता है. इंदौर की तर्ज पर गाजियाबाद में कार्य करने की योजना बनाी जा रही है. जिसके संबंध में नाले का निरीक्षण किया गया है. बृज विहार सीवर की कनेक्टिविटी डायरेक्ट एसटीपी तक पानी को डायवर्जट करते हुए की गई. आने वाले कुछ दिनों में बारिश के दौरान जलभराव में कमी आएगी. 2022 तक क्षेत्रवासियों को जलभराव की समस्या से निजात मिलेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.