नई दिल्ली/गाजियाबाद : बजट पेश होने से पहले गाजियाबाद के कुछ वरिष्ठ नागरिक गुस्से में हैं. उनका कहना है कि देश मंदी के दौर से गुजर रहा है. वहीं सर्राफा व्यापारी का कहना है कि सरकार अच्छा तो कर रही है, लेकिन व्यापारी सुरक्षित नहीं है. इसके अलावा स्टूडेंट्स का कहना है कि पढ़ाई लिखाई अफॉर्डेबल होनी चाहिए. हमने अलग-अलग वर्ग से बात की.
आम नागरिक में हमने सबसे पहले सर्राफा व्यापारी से बात की. सर्राफा व्यापारी हरि कुमार का कहना है कि सरकार अच्छा काम कर रही है. लेकिन सर्राफा व्यापारी में डर है, क्योंकि सुरक्षा नहीं मिल पाती है और कभी भी बदमाश ज्वेलर्स को निशाना बना देते हैं. ऐसे में सुरक्षा को लेकर इस बजट में कुछ ऐसा होना चाहिए जिससे यह डर की स्थिति कम हो.
स्टूडेंट को चाहिए सस्ती शिक्षा
स्वास्थ्य और शिक्षा के मामले में हमेशा सरकार ने कई दावे किए हैं. लेकिन जहां बाद शिक्षा की आती है वहां महंगी फीस का जिक्र जरूर होता है. ऐसे में स्टूडेंट से हमने बात की. गाजियाबाद की स्टूडेंट का कहना है कि शिक्षा का स्तर और सुधारना चाहिए और पढ़ाई-लिखाई सस्ती होनी चाहिए. जिससे आम आदमियों से अफोर्ड कर सके.
वरिष्ठ नागरिकों में है गुस्सा
गाजियाबाद में कुछ वरिष्ठ नागरिकों से बात की गई तो उनका कहना है कि देश मंदी के दौर से गुजर रहा है. इसलिए उम्मीदें ज्यादा नहीं रह गई हैं. अगर करना है तो ऐसा सुधार किया जाए, जिससे रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश आगे बढ़े.