नई दिल्ली : जहांगीरपुरी में हालात अब पटरी पर लौटने लगे हैं. इलाके में एहतियातन भारी फोर्स तैनात है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि हम 40-40 साल से मिल-जुलकर रहते हैं. बाहरी लोगों ने माहौल खराब करने की कोशिश की. महिलाएं कहती हैं कि हम सभी एक दूसरे के घरों में आते-जाते हैं. तीज-त्योहार पर एक साथ खुशियां मनाते हैं. हमारी खुशियों की किसी की नजर लग गई. लेकिन हम ये भाईचारा खत्म नहीं होने देंगे. हम मिलकर साथ रहे हैं और आगे भी साथ रहेंगे. यहां हिंदू-मुसलमान किसी को किसी से कभी कोई दिक्कत-परेशानी नहीं हुई.
बीते दिनों की हिंसक घटना को लेकर लोगों का कहना है कि यहां के लोग इस तरह की हरकत में नहीं रहते हैं. हम मानते हैं कि हिंदू-मुसलमान दोनों का खून एक है. इसे बहाने वाले वे लोग हैं, जिनका खून पानी हो चुका है. लेकिन हम उनकी कोशिशों को नाकाम कर देंगे. उनकी यहां एक नहीं चलने देंगे. हम सभी परिवार की तरह एक होकर सबके सुख-दुख में साथ रहते हैं.
महिलाओं का कहना है कि हम लोग हैरान हैं कि यहां का अमन-चैन बिगाड़ने आखिर कहां से लोग आ गए. महिलाओं ने बताया कि बीते चालीस सालों में पहले ऐसा कभी नहीं देखा. न जाने कौन लोग हैं जो हमारे यहां का भाईचारा खराब करना चाहते हैं. वे लोग हमारे माहौल में जहर घोलना चाहते हैं.
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महिलाओं का कहना है कि जैसे-जैसे माहौल सुधरेगा और समय बीतेगा दोनों पक्ष एकजुट होंगे और फिर से पहले की तरह एक दूसरे के सुख-दुख में हम साथ रहेंगे. हिंदुओं के सभी तीज-त्योहारों पर मुसलमान खुलकर उनका साथ देते हैं और मुसलमानों के तीज-त्योहार पर हम सभी उनके साथ रहते हैं.