नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना के नए मामले को बढ़ता देख दिल्ली सरकार की तरफ से कई नए आदेश लागू किए गए. नए आदेशों के बाद दिल्ली के संगम विहार इलाके में एमबी रोड़ पर गुरुवार को सार्वजनिक परिवहन की बसों में तोड़-फोड़ हो गई और खासा हंगामा हो गया. लोगों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया है और पुलिस इससे साफ इनकार कर रही है. हंगामे के बीच लोगों ने कुछ बसों पर तोड़-फोड़ कर दी. इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर पांच लोगों को हिरासत में लिया है.
दरअसल, दिल्ली में कोविड-ओमीक्रोन के चलते नए नियमों के तहत बसों में 50% प्रतिशत क्षमता के साथ लोग बस में यात्रा की अनुमति दी गई है, लेकिन बसों की तुलना में यात्री भार ज्यादा होने का आकलन ठीक से नहीं किया गया. इसके चलते संगम विहार में एमबी रोड़ पर गुरुवार सुबह चार से पांच बसों में गुस्साए यात्रियों ने तोड़-फोड़ कर दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने रास्ता रोक कर बैठे लोगों को हटाने की कोशिश की. इस दौरान खासा बवाल हो गया. लोगों का आरोप है कि पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज कर दिया, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार कर झड़प की बात मानी है और कहा कि इस घटना में एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया.
सुबह हुई इस घटना का यह वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें लोग ऑफिस के लिए बस का इंतजार कर रहे थे, लेकिन बस ना मिल पाने के कारण लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. घटना के बाद पहुंची ईटीवी भारत की टीम को लोगों ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए पुलिस पर लाठियां भांजने का आरोप लगाया.
उधर, पुलिस ने इस घटना पर अपनी ओर से जारी मैसेज में कहा कि गुरुवार की सुबह सवा आठ बजे एमबी रोड पर जामिया हमदर्द के पास ट्रैफिक जाम हो गया. इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और पाया कि ड्राइवर और स्टाफ द्वारा बस में तय निर्देशों के तहत 17 से ज्यादा लोगों को बैठाने पर तैयार नहीं थे और कुछ लोग इसे लेकर हंगामा करते हुए सड़क पर बैठ गए. पुलिस ने इन लोगों को समझाया, लेकिन गुस्साई भीड़ ने तोड़-फोड़ शुरु कर दी. इस दौरान 4-5 बसों से शीशे तोड़ दिए गए. घटना को टालने के लिए महिला पुलिसकर्मियों को भी साथ लेकर भीड़ को खदेड़ा गया. इस दौरान किसी तरह का लाठीचार्ज नहीं किया गया, लेकिन लोगों से झड़प के दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हुआ है. पुलिस ने इस मामले में DPDP एक्ट, PDPP Act में मामला दर्ज कर लिया है. घटना संगम विहार थाना क्षेत्र में हमदर्द बस स्टैंड की है.
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दरअसल, कोविड प्रोटोकोल के तहत दिल्ली की बसों में और मेट्रो में 50% क्षमता के साथ तो लोग इन में यात्रा कर सकते हैं, लेकिन सुबह के वक्त ज्यादातर लोग अपने ऑफिस और काम धंधे के लिए निकलते हैं. दिल्ली सरकार ने नियम तो लागू कर दिये हैं, लेकिन अलग-अलग स्टॉप्स बसों की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर व्यवस्थाएं नहीं बना पाई है. इस वजह से बस स्टाफ, यात्री और पुलिस आपस में उलझ गए. अगर वक्त रहते व्यवस्थाएं नहीं सुधारी गई तो ऐसी घटनाएं दिल्ली में बढ़ सकती हैं.