नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा टल गया है. यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है. जिससे यमुना नदी के तटीय इलाकों के आसपास रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है.
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाकों में पानी घुस गया था. हालांकि, दिल्ली सरकार ने तटीय इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करवा दिया था.
यमुना का घटा जलस्तर
बुधवार करीब 10 बजे यमुना का जलस्तर 206 .66 दर्ज किया गया था जोकि खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर था. लेकिन दोपहर के बाद से यमुना के जलस्तर में गिरावट देखने को मिली और बुधवार शाम करीब 6 बजे यमुना का जलस्तर 206 .44 मीटर दर्ज किया गया.
खतरे की बात सुनकर पहुंचे घाट पर
यमुना नदी के यमुना बाजार घाट पर इंसानियत का एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिला. जयपुर से तैराक अब्दुल मजीद किसी काम से दिल्ली आये थे. लेकिन जब उन्हें जानकारी मिली कि दिल्ली में युमना नदी में बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है. तब अब्दुल मजीद तुरंत यमुना के घाट पर पहुंच गए.
माजिद एक दिन निगम बोध घाट पर रहे जबकि दो दिन यमुना बाजार घाट पर मौजूद रहे. दिल्ली सरकार ने यमुना के विभिन्न घाटों पर तैराक तैनात करवाए थे. ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना को रोका जा सके.
अब्दुल मजीद को राज्य और जिला स्तर पर उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है.