नई दिल्ली: देश के अन्नदाता पिछले एक साल से नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे थे. तीनों कानूनों को वापस करने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे हुए थे. एक साल का समय बीत जाने के बाद शुक्रवार को गुरु नानक देव जी के पर्व पर प्रधानमंत्री मोदी देश के सामने आए और कानूनों को रद्द करने का एलान किया.
पीएम ने सभी देश वासियों को प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए किसानों को तोहफा दिया और कहा कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए और देशवासियों से यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. पीएम मोदी ने कहा कि किसानों का कानूनों को समझाने का भरपूरा प्रयास किया गया, अनेक माध्यमों से. लेकिन वह समझ नहीं पाए. उन्होंने कहा कि हमने किसानों की बातों और उनके तर्क को समझने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. जिन कानूनों पर ऐतराज था उनको समझने में सरकार ने भरपूर कोशिश की.
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वहीं, दिल्ली के सदर बाजार (Sadar Bazar Delhi) के व्यापारियो ने तो मिठाई तक जनता को बांटने लगे. व्यापारियों ने प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया और कहा कि देर से ही सही पर किसानों की बात मानी है मोदी जी ने. हम चाहते हैं कि किसानों को अब लिखित में दे दिया जाए, ताकि किसान अपने खेतों में अनाज बोए और देश की जनता को खाना मिल सके. व्यपारी आज बहुत खुश है.