नई दिल्लीः यूरोपीय देशों की शहरों की तर्ज पर विकसित की जा रही दिल्ली में सड़कों के काम में तेजी लाने और प्रगति पर करीब से नजर रखने के लिए अब हर सप्ताह इसकी समीक्षा होगी. उप-मुख्यमंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पायलट प्रोजेक्ट के तहत विकसित की जा रही दिल्ली की 16 सड़कों के सौन्दर्यीकरण कार्य की प्रगति की समीक्षा की.
समीक्षा के दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री ने पाया कि कई रोड स्ट्रेच पर सौन्दर्यीकरण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है लेकिन कुछ स्ट्रेच पर ठेकेदारों द्वारा सेफ्टी, सिक्योरिटी और अन्य जरुरी मानकों का ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है. इस बाबत पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने अधिकारियों को सभी जरूरी मानकों का पालन न करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
सिसोदिया ने कहा कि निर्माण कार्यों के दौरान लोगों की सेफ्टी, सिक्योरिटी का ध्यान रखना और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है. ऐसे में इन नियमों का पालन न करने वाले ठेकेदारों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. साथ ही अब हर सप्ताह इन सभी प्रोजेक्ट्स का ऑन-साईट इंस्पेक्शन किया जाएगा और उसके प्रगति की जांच की जाएगी.
ठेकेदारों को इन बातों को रखना होता है ध्यान:
- निर्माण स्थल पर रोशनी की उचित व्यवस्था हो
- चेतावनी व अन्य साइनेज़ उपयुक्त स्थानों पर लगे हो
- निर्माण स्थल पर मौजूद सभी श्रमिकों के पास उनकी सुरक्षा से जुडी सभी वस्तुएं मौजूद हो
- निर्माण स्थल की बैरीकेडिंग हो
- धूल न उड़े इसके लिए पानी का छिडकाव हो
- निर्माण कार्य से जुड़े सामान सड़क पर तितर-बितर न हो उसके कारण यातायात में न आए कोई बाधा
- निर्माण सामग्री के लिए बफर ज़ोन चिन्हित हो
- निर्माण स्थल पर चौकीदारों व ट्रैफिक मार्शल की तैनाती हो
- निर्माण सामग्री ढंकी हो
- निर्माण स्थल के आस-पास के रोड के मेनटेनेंस का ध्यान रखा जाए
- निर्माण स्थल की साफ़-सफाई आदि
क्या है दिल्ली सरकार की स्ट्रीट स्केपिंग परियोजना
दिल्ली सरकार की स्ट्रीट स्केपिंग परियोजना के तहत पीडब्ल्यूडी द्वारा अभी पायलट फेज में दिल्ली की 16 सड़कों का वहां की जरूरतों के अनुसार सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. इनके पूरा होने के पश्चात दिल्ली के 540 किमी. रोड स्ट्रेच का भी इसी के तर्ज पर सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इन सभी सड़कों के री-डिजाइन के बाद सड़क के आस-पास हरियाली काफी बढ़ जाएगी. सड़क की एक इंच जमीन भी खाली नहीं होगी, जहां पर घास न लगी हो. इससे सड़क पर धूल से होने वाले प्रदूषण की समस्या खत्म होगी. अभी सड़कों पर धूल उड़ने की समस्या से लोगों को समस्या होती है. सड़क के किनारे खाली जमीन पर ग्रीन बेल्ट या घास लगाई जाएगी, ताकि हरियाली की वजह से सड़कें खूबसूरत दिखें और धूल से होने वाला प्रदूषण खत्म किया जा सके.
स्ट्रीट स्केपिंग योजना के तहत सड़कों पर ये सुविधाएं होंगी विकसित
- सड़कों के किनारे फूटपाथ पर लगाई जाएंगी रंग-बिरंगी टाइलें
- पेड़-पौधे लगाकर ग्रीन एरिया किया जाएगा विकसित
- लोगों के बैठे के लिए तैयार किए जाएंगे शानदार ओपन सीटिंग एरिया
- साइकिल के तैयार किया जाएगा अलग लेन
- डिजाइनर एलईडी लाइटों से रात को जगमगाएंगी सड़कें
- लोगों की सुविधा के लिए बनाए जाएंगे जन-सुविधा केंद्र
- फव्वारे व सैंड स्टोन आर्टवर्क से बढ़ेगी सड़कों की खूबसूरती