नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के तमाम रैन बसेरों में रहने वाले बेघरों को अब सरकार की तरफ से तीन बार मुफ्त भोजन दिया जाएगा. इस मद में हर साल सरकार 15.31 करोड़ रुपये देगी. शुक्रवार शाम को दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डुसिब) जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं, उस बैठक में इसका निर्णय लिया गया है.
ट्रांजिट शिविरों में पुनर्वास का फैसला
साथ ही बोर्ड की बैठक में प्रिंसेस पार्क में निवास करने वाले 784 लोगों को राष्ट्रीय युद्ध संग्रहालय और स्मारक के निर्माण के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा भूमि के उपयोग की सुविधा प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया है. इन परिवारों को एक से डेढ़ वर्षों के लिए ट्रांजिट शिविरों में पुनर्वास किया जाएगा. जो सेक्टर 16 द्वारका में स्थित है. करोल बाग में झुग्गी बस्ती में रहने वाले 350 परिवारों को ट्रांजिट शिविरों में पुनर्वास किया जाएगा. लोगों को देव नगर, करोल बाग क्षेत्र में बनने वाले फ्लैटों में शिफ्ट किया जाएगा.
बेघरों को खाना देने का निर्णय
बोर्ड की बैठक में रैन बसेरों में रहने वाले बेघर लोगों को अब एक दिन में तीन बार मुख्य भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. रैन बसेरे में नाश्ता, दोपहर और रात के भोजन की व्यवस्था करने के लिए 15.31 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर जब लॉकडाउन लागू किया गया था तब से रैन बसेरे में रहने वाले बेघरों को सरकार ने खाना देना शुरू किया था. बीच में इस पर रोक लगा दी गई. लेकिन अब सर्दी के अंत तक उन्हें दोनों वक्त का खाना और सुबह नाश्ता दिया जाएगा.