नई दिल्ली : नॉर्थ एमसीडी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रही है. इसके चलते निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन भी नहीं दे पा रही. हालात इतने ज्यादा खराब हैं कि निगम अपने कर्मचारियों को पिछले 4 सालों में कभी भी समय पर वेतन जारी नहीं कर पाई है. अब भी निगम के अंतर्गत कार्यरत डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को पिछले 2 महीने से वेतन नहीं मिला है.
इस बीच अब नॉर्थ एमसीडी ने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. इसके तहत निगम ने स्टैंडिंग कमेटी के अंदर कुछ प्रस्ताव भी पारित किए हैं. इन प्रस्ताव के तहत अब निगम अपने अंतर्गत आने वाली तीन अलग-अलग जगह की जमीन को 99 साल के लिए लीज पर देने जा रही है. इसमें नॉवल्टी सिनेमा की जमीन के साथ-साथ आजादपुर की नानी वाला बाग की जमीन और सिटी एसपी जोन की जमीन भी शामिल है.
निगम अधिकारियों की मानें तो इन प्रस्तावों के पास होने के बाद इन योजनाओं पर यदि अमल किया जाएगा तो इससे निगम को न सिर्फ बड़े स्तर पर वित्तीय राजस्व की प्राप्ति होगी बल्कि निगम काफी हद तक वित्तीय बदहाली के दौर से निकल पाएगी.
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नॉर्थ एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन जोगीराम जैन पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि निगम लगातार अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने का हर संभव प्रयास कर रही है. इस बीच कोर्ट के आदेशों के बाद निगम अपने अंतर्गत आने वाली डेड प्रॉपर्टीज या फिर कहा जाए तो ऐसी संपत्ति है, जिससे निगम को किसी प्रकार के राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही. उन्हें निगम अब ई-नीलामी के जरिए 99 साल की लीज पर देने जा रही है.
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बता दें कि नॉर्थ एमसीडी में विपक्ष ने जमीनों को 99 साल के लिए लीज पर दिए जाने के फैसले का विरोध किया है. आप और कांग्रेस पार्टियों का कहना है कि भाजपा के नेता अपने राजनीतिक हितों को साधने के चलते निगम की संपत्तियों को निजी हाथों में बेच रही है, जो सही नहीं है. नेता विपक्ष की भूमिका निभा रहे आप नेता विकास गोयल ने भाजपा नेताओं पर अपने निजी हितों को साधने के चलते निगम की जमीन को बेचकर अपनी जेबें भरने का आरोप लगाया है.