नई दिल्ली : लोकसभा में तीनों नगर निगम को एक करने का बिल पेश कर दिया गया है. वहीं दिल्ली विधानसभा में नगर निगम चुनाव में देरी पर चर्चा की गई. इस पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि संसद में नगर निगम चुनाव रोको बिल लेकर आए हैं, दुनिया के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ होगा कि इतने ताकतवर प्रधानमंत्री के मन में निगम में हारने का डर है, जिनकी कई राज्यों में सरकार हैं. इसमें निगम के रिफॉर्म की नहीं बल्कि नगर निगम के अधिकारियों की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री बांटेंगे. उन्होंने कहा कि इस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस और यूक्रेन के युद्ध में क्या देश की भूमिका होनी चाहिए ये सोचना चाहिए था.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब नगर निगम एक थी तब भी भाजपा शासन में थी. जब तीन हुई तब भी बीजेपी शासन में है. कुछ नहीं बदला अगर भ्रष्टाचार ख़त्म करना है तो बीजेपी को नगर निगम से हटना होगा. उन्होंने कहा कि आज जनता ने सोच लिया है कि एमसीडी में भी केजरीवाल ये बात प्रधानमंत्री तक पहुंच गई और वह डर गए हैं.
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सिसोदिया ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को दिल्ली की जनता ने इतना तनाव दे दिया कि वो एक विपक्ष के नेता को रोकने में दिलचस्पी ले रहे हैं, ये बिल कह रहा है कि देश चलाने वाला व्यक्ति एमसीडी चलाएगा, अरविंद केजरीवाल का ये डर अच्छा है. उन्होंने कहा कि आज सात साल बाद दिल्ली के स्कूल बदल गए 24 घंटे बिजली मिल रही है, कैमरे लग गए. अरविंद केजरीवाल ने जो कहा करके दिखाया इसी बात का इन्हें डर है, ये चुनाव टालना संविधान के लिए खतरनाक है.
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उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि निगम एकीकरण का बिल संसद में आ गया है, पास भी होगा,पर मैं तो ये कहता हूं कि चुनाव करवाओ, चाहे कोई जीते या हार, केजरीवाल तो एमसीडी में आकर रहेगा, चाहे चुनाव अब करवाओ या छह महीने बाद करवाओ.