नई दिल्ली: कोरोनाकाल की होली हर बार की होली काफी अलग होगी. बाजारों में इस बार की तरह रंग गुलाल तो हैं, लेकिन दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर होली मनाने की अनुमति नहीं है. हालांकि वो अलग बात है कि रंग-गुलाल से दुकानें तो सज गईं हैं लेकिन खरीददार कम ही दिख रहे हैं.
सरोजिनी नगर मार्केट में होली को लेकर रंग और पिचकारी की दुकान सजी हुई है. लेकिन दुकानदारों का कहना है कि इस बार ग्राहक बेहद कम आ रहे हैं. इस बार जो रंग-गुलाल बेचे जा रहे हैं वो पूरी तरह ऑर्गेनिक हैं. दुकानदारों को उम्मीद है कि त्यौहार से पहले वीकेंड पर बिक्री हो सकती है.
सदर बाजार में भी कोरोना की वजह से रंगों का त्यौहार फीका नजर आ रहा है. दरअसल दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर होली नहीं मनाने के आदेश दिए हैं, साथ ही त्योहार के मौके पर लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील भी की जा रही है. दुकानदारों का कहना है कि कोरोना के बढ़ते खतरे का असर उनके व्यापार पर पड़ रहा है.
होली के त्यौहार के मद्देनजर दक्षिणी दिल्ली एमसीडी ने सड़कों पर अवैध कब्जा और अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू कर दिया है. हमदर्द नगर से लेकर गोविंदपुरी तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया.
वहीं वेस्ट दिल्ली जैन पार्क की आरडब्ल्यूए का कहना है कि उन्होंने फेडरेशन की मीटिंग बुलाई थी जिसमें कई सारी आरडब्लूए से पदाधिकारी आए थे और साफ तौर पर यह निर्देश दे दिया गया है कि सार्वजनिक तौर पर होलिका दहन का कोई भी बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा. उनका कहना है कि क्योंकि यह परंपरा है तो निभाना भी जरूरी है.
वहीं महरौली क्षेत्र में समाज सेविका जूली जोशी ने रोड और चौराहे पर रहने वाले गरीब बच्चों के साथ रंग गुलाल लगाकर होली के त्योहार की शुभकामनाएं दी और उन लोगों को गले लगाकर होली का त्योहार मनाया.