नई दिल्ली: जेल के भीतर हुई अंकित गुर्जर की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की जांच पूरी हो गई है. जेल सुपरिटेंडेंट सहित कई कर्मचारी इसमें आरोपी हैं. लेकिन हत्या के इस मामले में लगभग एक माह बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. दूसरी ओर मुख्य आरोपी जेल सुपरिटेंडेंट की जान को खतरा होने के चलते दिल्ली पुलिस एवं जेल के सुरक्षाकर्मियों को उनकी सुरक्षा में तैनात कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार बागपत का रहने वाला अंकित गुर्जर तिहाड़ जेल में बंद था. उसके खिलाफ हत्या और लूट के कई मामले दर्ज थे. उसे तिहाड़ जेल संख्या तीन में बीते एक साल से रखा गया था. बीते 3 अगस्त की रात जेल में कुछ अधिकारियों ने जेल में तलाशी ली थी. इस दौरान अंकित गुर्जर के पास से एक मोबाइल मिला था.
इसे लेकर जेल अधिकारी ने अंकित को थप्पड़ मारा था. इस पर अंकित ने भी जेल अधिकारी को थप्पड़ मारा था. जेल अधिकारी ने कर्मचारियों को बुलवाकर अंकित को बेरहमी से पीटा था. इसके चलते उसकी मौत हो गई थी. इस घटना को लेकर हरी नगर थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था.
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उसे जब अंकित गुर्जर की हत्या के बारे में पता चला तो वह जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट की हत्या के लिये साजिश रच रहा था. उसने हरियाणा के एक बदमाश से हत्या के लिए एके47 हथियार की मांग की थी. इसका ऑडियो वायरल हुआ था. उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट की सुरक्षा में पुलिसकर्मी एवं जेल के सुरक्षा कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं.
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पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्या के इस मामले की जांच हरी नगर पुलिस कर रही है. वहीं मामले की न्यायिक जांच भी चल रही है. हत्या के इस मामले में 10 जेल कर्मचारियों एवं अंकित गुर्जर के साथ जेल में मौजूद 12 विचाराधीन कैदियों के बयान दर्ज किए गए हैं. यह बयान बताते हैं कि जेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अंकित को बेरहमी से पीटा था. उधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी यह खुलासा हुआ है कि पिटाई से अंकित की मौत हुई थी. लेकिन इस जानकारी के बावजूद अभी तक इस हत्याकांड में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.