नई दिल्ली : दिल्ली दंगों के दो साल हो गए हैं. इन दंगे में कम से कम 53 लोग मारे गए थे और काफी लोग घायल हुए थे. दंगे में दोनों समुदायों को नुकसान हुआ था. दो साल बीतने के बावजूद इस दंगे में अपनों को गंवा चुके लोगों को इंसाफ की उम्मीद है. दिल्ली दंगों के 16 मामलों में अब तक फैसला आ चुका है, जबकि कई मामले अब तक लंबित हैं.
24 से 26 फरवरी 2020 तक चले दिल्ली दंगों के मामले में अब तक 758 एफआईआर दर्ज किए गए हैं. दिल्ली पुलिस की ओर से हाईकोर्ट में दाखिल ताजा स्टेटस रिपोर्ट में कहा गया है कि 758 एफआईआर में से 695 एफआईआर पर जांच चल रही है. इनमें से 352 मामलों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है. 86 मामलों में आरोप तय किए जा चुके हैं. 16 मामलों में निचली अदालत का फैसला आ चुका है.
इन दंगों में साजिश रचने के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अब तक 18 लोगों को आरोपी बनाया है. इन 18 में से चार आरोपियों को जमानत मिल चुकी है. आरोपियों नताशा नरवाल, देवांगन कलीता, आसिफ इकबाल तन्हा और सफूरा जरगर को जमानत मिल चुकी है. इन चारों आरोपियों के अलावा जो आरोपी जेल में बंद हैं. उनमें ताहिर हुसैन, उमर खालिद, खालिद सैफी, इशरत जहां, मीरान हैदर, गुलफिशां, शफा उर रहमान, शादाब अहमद, तस्लीम अहमद, सलीम मलिक, मोहम्मद सलीम खान, अतहर खान, शरजील इमाम और फैजान खान शामिल हैं.
दिल्ली हिंसा के मामले में हाईकोर्ट में भी कई याचिकाएं दायर की गई हैं. एक याचिका में इस मामले की एसआईटी जांच की मांग की गई है. इन याचिकाओं में बीजेपी नेताओं अनुराग ठाकुर, परवेश वर्मा, अभय वर्मा और कपिल मिश्रा के खिलाफ हेट स्पीच के मामले में FIR दर्ज करने की मांग की गई है. कुछ याचिकाओं में एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और वारिस पठान के खिलाफ हेट स्पीच को लेकर FIR दर्ज करने की मांग की गई है. पहले इन याचिकाओं की सुनवाई हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीएन पटेल की अध्यक्षता वाली बेंच कर रही थी. अब ये याचिकाएं जस्टिस सिद्धार्थ मृदुल और जस्टिस अनूप जयराम भांभानी की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष लंबित हैं.
इसे भी पढ़ें : Facebook पेशी : समिति ने पूछा, दिल्ली दंगों में फेक न्यूज़ पर कैसे की फेक्ट चैकिंग ? फेसबुक ने ये दिया जवाब
इन दंगों के मामले में दर्ज तमाम FIR के ट्रायल कड़कड़डूमा कोर्ट की दो स्पेशल कोर्ट में चल रहे हैं. उत्तर-पूर्वी जिले में दर्ज एफआईआर की सुनवाई एडिशनल सेशंस जज रविंद्र भट्ट कर रहे हैं, जबकि शाहदरा जिले में दर्ज FIR की सुनवाई एडिशनल सेशंस जज अमिताभ रावत कर रहे हैं. इन दोनों कोर्ट के अलावा दो मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष भी दिल्ली दंगों के मामलों की सुनवाई चल रही है.