नई दिल्ली: दिल्ली चिड़ियाघर (Delhi Zoo) के राजा के लिए रानी की तलाश की जा रही है. रानी की तलाश के लिए चिड़ियाघर प्रशासन (Delhi Zoo Administration) देश के चिड़ियाघर से लेकर विदेश तक के चिड़ियाघर तक में कर रहा है.
दरअसल हम बात कर रहे हैं दिल्ली चिड़ियाघर के अफ्रीकन हाथी यानी जिसका नाम शंकर है. शंकर को पिछले कई वर्षों से अपने साथी की तलाश है. वहीं दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन (Delhi Zoo Administration) भी शंकर के लिए साथी की तलाश में मुस्तैदी से जुट गया है.
ये भी पढ़ें- जंगल के राजा और गजराज क्यों हैं तनाव में, दिल्ली चिड़ियाघर करेगा शोध
साथ ही उन्होंने कहा कि महावत एकॉन और शंकर के बीच जुगलबंदी देखते ही बनती है. महावत एकॉन शंकर का कई वर्षों से देखभाल कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि शंकर जब देश आया था तो उसके साथ एक फीमेल हाथी भी दिल्ली चिड़ियाघर में आई थी लेकिन कुछ वर्ष बाद उसकी मृत्यु हो गई थी.
![अपने बाड़े में जंगल का राजा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/del-ndl-01-zoo-vis-7201753_24112021214403_2411f_1637770443_450.jpg)
वहीं दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक डॉ. सोनाली घोष ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि शंकर के साथी की तलाश के लिए देश के कई चिड़ियाघर से संपर्क किया गया है. उन्होंने कहा कि अफ्रीका में भी शंकर के साथी की तलाश के लिए कोशिश की जा रही है लेकिन कानून की वजह से यह काफी जटिल है.
ये भी पढ़ें- चिड़ियाघर खुलने से बच्चों में खासा उत्साह, भारी संख्या में पहुंच रहे लोग
वहीं दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक डॉ. सोनाली घोष ने कहा कि अफ्रीकन हाथी शंकर को दिल्ली चिड़ियाघर का सबसे बड़ा बाड़ा दिया हुआ है. उसके तीन प्रकार के एनरिचमेंट का ख्याल रखा जा रहा है जिसमें डाइट, एंक्लोजर और व्यवहार जोकि महावत के साथ देखते ही बनती है.
ये भी पढ़ें- जंगल के राजा और गजराज क्यों है तनाव में, जल्द पता लगेगा कारण
दिल्ली चिड़ियाघर के निदेशक डॉ. सोनाली घोष ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि अफ्रीकन हाथी शंकर तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को जिंबाब्वे में गिफ्ट के तौर पर मिला था. उन्होंने कहा कि शंकर वर्ष 1998 से दिल्ली चिड़ियाघर का सदस्य बना हुआ है. उस दौरान उसकी करीब 3 वर्ष उम्र थी. बता दें कि अफ्रीकन हाथी शंकर का नाम तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा (President Shankar Dayal Sharma) के नाम पर रखा गया है.
विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत मोबाइल एप